जनजातियों को उनकी संस्कृति, रीति-रिवाजों, जीवन शैली को पहचान को महत्व देने के लिए कल से शुरू होगा ‘जनजातीय गौरव दिवस’

रोजाना24,चम्बा 14 नवम्बर : जनजातीय उपमंडल भरमौर में 15 नवंबर से 19 नवंबर तक जनजातीय गौरव दिवस समारोह मनाया जाएगा ।

अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी भरमौर नरेंद्र कुमार चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस का शुभारंभ लघु सचिवालय पट्टी से चौरासी मंदिर परिसर तक पदयात्रा निकाल कर किया जाएगा। पद यात्रा में, विभिन्न कार्यालयों के अधिकारी व कर्मचारी, महिला मंडल , स्वयं सहायता समूह ,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ,आशा कार्यकर्ता सहित स्कूली छात्र भाग लेंगे ।उन्होंने बताया कि पदयात्रा का आयोजन पंचायत स्तर पर भी होगा । पंचायत स्तर पर स्थानीय लोग अपनी पारंपरिक परिधानों में पद यात्रा में भाग लेंगे। उन्होंने बताया कि पदयात्रा में स्थानीय वाद्य यंत्रियों को भी शामिल किया जाएगा। 16 नवंबर को स्कूलों में जनजातीय जीवन शैली की चुनौतियां पर आधारित चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा और विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। इसी तरह 17 नवंबर को सभी सरकारी कार्यालयों, शैक्षणिक संस्थानों और वार्ड स्तर पर स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा।उन्होंने कहा कि 18 नवंबर को लघु सचिवालय के सभागार में जनजातीय लोक संस्कृति पर आधारित रहन-सहन पृष्ठभूमि ,चुनौतियां, इतिहास विषय पर भरमौर क्षेत्र के प्रबुद्धजनों द्वारा विचार विमर्श किए जाएंगे।नरेंद्र चौहान ने बताया कि भरमौर हेलीपैड में 19 नवंबर को एकीकृत जनजातीय विकास परियोजना( आईटीडीपी) भरमौर द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा जिसमें उपमंडल के विभिन्न शैक्षणिक संस्थान और स्थानीय कलाकार हिस्सा लेंगे।उन्होंने सभी लोगों से जनजातीय गौरव दिवस में हिस्सा लेकर सहभागिता सुनिश्चित करने का आह्वान भी किया हैं।गदान दे रहा है।

पांच दिन तक विभिन्न स्तरों पर आयोजित होने वाले इस जनजातीय गौरव दिवस को मनाए जाने का उद्देश्य यह है कि सरकार जनजातीय लोगों के रहन सहन,परम्पराओं, उनके रीति रिवाजों, परिधान, संस्कृति को दुनिया के समक्ष लाना चाहती है।