15वें वित्तायोग के अन्तर्गत पंचायती राज नियमों एवं अधिनियमों के संदर्भ में जिला परिषद सदस्यों को प्रशासन से अतिरिक्त सहयोग की अपेक्षा – नीलम कुमारी

रोजाना24, ऊना 24 फरवरी : 15वें वित्तायोग के तहत टाइड एवं अनटाइड फण्ड के तहत जिला परिषद् को 2 करोड़ 29 लाख रूपये का अनुदान प्राप्त हुआ है, जिसमें से 98 लाख रूपये की धनराशि के शैल्फ पूर्व बैठकों में पारित करके 74 लाख रूपये की धनराशि के स्वीकृति आदेश जारी कर दिये गये हैं। यह जानकारी जिला परिषद् अध्यक्षा नीलम कुमारी ने आज नवनिर्वाचित जिला परिषद् की त्रैमाासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। 

नीलम कुमारी ने कहा कि नवनिर्वाचित जिला परिषद् सदस्यों को परिषद् की कार्य प्रणाली वाली पूर्ण जानकारी के अभाव में जिला प्रशासन से यह अपेक्षा है कि 15वें वित्तायोग के अन्तर्गत पंचायती राज नियमों एवं अधिनियमों के अन्तर्गत विकास को गति देने के उद्देश्य से प्रशासन अपना रचनात्मक सहयोग देगा ताकि जिला परिषद् के माध्यम से सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी व लाभ प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाया जा सके। उन्होंने कहा कि 15वें वित्तायोग के अन्तर्गत करवाए जाने वाले कार्याें शेष बची हुई राशि पर विधानसभा बजट सत्र के उपरांत जिला परिषद् की अगली बैठक चर्चा की जाएगी।   

बैठक में एडीसी डाॅ. अमित कुमार शर्मा ने बताया कि सरकार द्वारा विभिन्न विभागों को ऑनलाइन किया गया है, जिसमें नागरिकों को प्रदान की जाने वाली अधिकतर सेवाओं को ऑनलाइन कर दिया गया है ताकि त्वरित समस्याओं के निदान के साथ-साथ पारदर्शिता भी बनी रहे। फिर भी कोई आशंका हो तो प्रशासन सदैव जनता की सेवा में है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सम्बन्धित विभाग के माध्यम से कार्यान्वित की जा रही विभिन्न जन कल्याणकारी नीतियों बारे जिला परिषद को विस्तृत जानकारी उपलब्ध करवाई जाए ताकि लोगों को राहत पहुंचाई जा सके। बैठक में कुछ विभागों द्वारा सरकारी योजनाओं के पम्पलैट्स भी वितरित किये। 

जिला परिषद् उपाध्यक्ष कृष्ण पाल ने कहा कि विभिन्न विभागों के अधिकारी अपने-अपने विभाग से सम्बन्धित योजनाओं की जानकारी जिप सदस्यों को उपलब्ध करवाएं ताकि दूर छोर पर बैठे गरीब से गरीब व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाना सुनिश्चित किया जा सके। 

बैठक में सभी जिला परिषद् सदस्य, डीसपी रमाकांत ठाकुर, जिला आयुर्वेद अधिकारी राजेश शर्मा, जिला रोजगार अधिकारी अनिता गौतम, वरिष्ठ अधिकारी मत्स्य विवेक शर्मा, जिला कल्याण अधिकारी सुरेश शर्मा सहित खण्ड विकास अधिकारी व अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। 

जिला परिषद की स्थाई समितियों का गठन 

बैठक में पांच स्थाई समितियों का गठन किया गया। जिसमें प्रत्येक समिति में अध्यक्ष सहित पांच सदस्य मनोनीत किये गये। साधारण स्थाई समिति में जिप अध्यक्षा नीलम कुमारी को अध्यक्ष जबकि जिला पार्षद् रजनी मनकोटिया, नरेश कुमारी, अशोक कुमार व चैतन्य शर्मा सदस्य होंगे। वित्त, संपरीक्षा और योजना समिति की अध्यक्ष नीलम कुमारी तथा सदस्य अशोक कुमार, संगीता देवी, सतीश कुमार व औंकार को मनोनीत किया गया। सामाजिक न्याय समिति में जिप उपाध्यक्ष कृष्ण पाल को अध्यक्षता में गठित की गई जिसमें सतीश कुमार, कुलदीप कुमार, रमा कुमारी तथा रजनी मनकोटिया सदस्य होंगे। शिक्षा और स्वास्थ्य समिति में औंकार, गुलजार सिंह, कमल सैणी, नरेश कुमारी व रजनी बाला सदस्य होंगे, जो स्वयं समिति अध्यक्ष का चुनाव करेंगे। इसके अलावा कृषि और उद्योग समिति में कमल सैणी, औंकार, सत्या देवी, उर्मिला देवी व नरेश कुमारी को सदस्य मनोनीत किया गया। यह समिति सदस्य भी स्वयं समिति अध्यक्ष का चुनाव करेंगे। 

बेसहारा गौवंश पर भी हुई चर्चा 

बैठक में सड़कों पर घूम रहे बेसहारा गौवंश सुरक्षा पर भी चर्चा की गई। जिप उपाध्यक्ष कृष्ण पाल ने कहा कि जिला में 25 गौसदन सक्रिय होने के बावजूद जिला की सड़कों पर बेसहारा गौवंश की समस्या बनी हुई है। उन्होंने कहा कि जिला में बेसहारा गौवंश को गौसदन में भेज दिया गया था, लेकिन जिला की सीमाओं से भी लोग मालवाहक वाहनांे में पशुओं को छोड़ रहे हैं, जिससे इस समस्या का पूर्ण निदान नहीं हो पा रहा है। उन्होंने पुलिस विभाग से आहवान किया कि जिला की सीमाओं पर इस संदर्भ में कड़ी निगरानी रखी जाए और जिला की सीमा में दाखिल होने वाले प्रत्येक मालवाहक वाहन की जांच की जाए। कई जिला पार्षदों ने बेसहारा पशु सैंचुरी स्थापित करने का भी सुझाव रखा। इसके अतिरिक्त जिला के विभिन्न क्षेत्र में स्थापित 13 गौसनों को भी शुरू किया जाए।   

जिप के तहत स्वीकृत कार्यों का ब्यौरा मांगा

जिप सदस्यों ने विभागीय अधिकारियों ने विभिन्न विभागों के माध्यम से जिला परिषद् के अन्तर्गत स्वीकृत कार्यों, अधूरे कार्याें तथा स्थिति बारे जानकारी देने को कहा। इस पर बीडीओ, रोजगार, उद्योग विभाग ने अपने विभाग से सम्बन्धित विभिन्न कार्यों की जानकारी दी।