रोजाना24,चम्बा 13 जनवरी : भारत के प्रसिद्ध पर्यटन पर्यटन स्थल डलहौजी के नाम परिवर्तन की मांग अक्सर उठती रही है । ब्रतानवी गवर्नर डलहौजी के नाम पर रखे गए इस पर्यटन स्थल के नाम पर कई संगठनों व लोगों को आपत्ति है । इसी क्रम में भरमौर उपमंडल में अधिवक्ता कपिल शर्मा,कानून विद्यार्थी अभिषेक शर्मा,इंजि.अमित शर्मा व स्थानीय स्वयं सेवी अनीष शर्मा के प्रतिनिधि मंडल ने आज उपमंडलाधिकारी भरमौर मनीष सोनी के माध्यम से मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश को ज्ञापन भेजकर डलहौजी का नाम परिवर्तन करने की मांग की।
अभिषेक शर्मा ने कहा कि देश के कुछ शहरों व अन्य स्थानों के नाम ऐसे विदेशी लोगों के नाम पर हैं जिन्होंने देश के लोगों का दमन किया व देश को गुलामी का दाग दिया । यह विदेशी नाम देशभक्त लोगों को चिढ़ाकर शर्मिंदगी का अहसास करवाते हैंं । उन्होंने कहा कि जिस लॉर्ड डलहौजी ने भारतीय रियासतों को वहां के लोगों की मर्जी से नहीं बल्कि सैन्य बल प्रयोग कर अपने अंग्रेजी साम्राज्य में मिलाया था। जिस दौरान उनका विरोध करने वाले क्रांतिकारियों को सैन्य बल से कुचल दिया गया । ऐसे विदेशियों प्रशासकों के नाम से हमारे देश के शहरों के नाम आजादी दिलवाने के लिए प्राणों की आहुति देने वाले स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान है का प्रतीक हैं ।
उन्होंने मांग की कि सरकार इस नाम को देश के स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर सुभाष नगर से नामित करने की अधिसूचना जारी करे।
गौरतलब है कि डलहौजी विश्वप्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है । यहां के स्थानीय व्यवसायियों का मानना है कि गवर्नर डलहौजी नाम के कारण बहुत से विदेशी पर्यटक यहां पहुंचते हैं जिससे क्षेत्र में पर्यटन व्यवसाय बढ़ रहा है ।
जबकि इस बारे में इस प्रतिनिधि मंडल का कहना है कि नाम बदलने से पर्यटन व्यवसाय में दोगुनी बढ़ौतरी होगी क्योंकि अलाहबाद का नाम प्रयागराज व फैजाबाद का नाम अयोध्या जिला करने के बाद वहां पर्यटकों की संख्या में अपेक्षाकृत बढ़ौतरी दर्ज की गई है।