ग्राम पंचायत भरमौर के दो पूर्व प्रधानों सहित चार के नामांकन पत्र रद्द

रोजाना24,चम्बा 5 जनवरी : जनजातीय विकास खंड भरमौर में आज पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव में भाग ले रहे प्रत्याशियों के नामांकन पत्रों की जांच प्रक्रिया पूरी हो गई।जांच के बाद सहायक रिटर्निंग अधिकारी ने ग्राम पंचायत कुठेड़ व चन्हौता से प्रधान पद के एक एक प्रत्याशी का नामांकन पत्र रद्द किए जबकि ग्राम पंचायत भरमौर के दो पूर्व प्रधान शिव चरण कपूर व उनकी धर्म पत्नी सलोचना कपूर के नामांकन पत्र रद्द कर दिए । खंड विकास अधिकारी अनिल कुमार गुराड़ा ने नामांकन पत्र रद्द होने की पुष्टि करते हुए कहा कि जिला पंचायत अधिकारी चम्बा द्वारा जारी पत्र के अनुसार शिवचरण कपूर व सलोचना कपूर से ग्राम पंचायत भरमौर द्वारा रकम वसूल की जानी है,जिसे वे पंचायत में जमा नहीं करवा पाए हैं । जिस कारण उन्हें न देय प्रमाण पत्र जारी नहीं किया गया है। सहायक निर्वाचन अधिकारी ने नामांकन पत्र रद्द करने के पीछे पंचायत द्वारा न देय प्रमाण पत्र प्रस्तुत न करने को कारण बताया गया है।

शिव चरण कपूर का नामांकन पत्र रद्द होने के बाद क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है। कुछ लोगों का मानना है कि शिव चरण कपूर व उनकी पत्नी को पंचायत चुनावों से दूर करने की पृष्ठभूमि काफी समय पहले से बन रही थी। जिसके लिए उन दोनों पर पंयाचत के धन क लेन देन में अनियमिताओं के आरोप लगाए गये थे। जिसके तहत सलोचना कपूरको पदच्युत भी किया गया था। लेकिन न्यायालय ने उनके खिलाफ जारी सस्पैंशन आदेश पर रोक लगा दी थी। लेकिन विभाग ने दोनों के खिलाफ करीब 25 लाख रुपये का रिकवरी नोटिस जारी कर दिया। अब यही रिकवरी राशि दोनों के नामांकन रद्द होने क कारण बनाई गई है ।

नामांकन रद्द होने के बाद पूर्व प्रधान शिव चरण कपूर ने कहा कि उनके विरुद्ध आधारहीन आरोप लगाकर रिकवरी राशी डाली गई है। यह सब उन्हें चुनाव प्रक्रिया में भाग लेने से रोकने के लिए रचा गया षड़यंत्र है। उन्होंने कहा इस बारे में उन्होंने उपमंडलाधिकारी भरमौर के समक्ष अपील की है । अगर जरूरत पड़ी तो वे अपने अधिकारों की रक्षा के लिए  न्यायालय की शरण में जाएंगे । 

उन्होंने कहा कि जिन अधिकारियों ने उन पर झूठे आरोप पत्र दायर किए हैं उन सबके विरुद्ध अब कानूनी लड़ाई लड़ी जाएगी । उन्होंने भरमौर के मतदाताओं से अपील की कि वे भरमौर पंचायत को गलत हाथों में न जाने दें ।

शिव चरण कपूर के चुनाव लड़ने के लिए अपील अब उपमंलाधिकारी के पास गई है। चूंकि कल नामांकन पत्र वापिस लेने के साथ साथ चुनाव चिन्ह भी जारी करने का भी दिन है ऐसे में मुख्यालय की इस मुख्य पंचायत मे चल रही राजनीतिक गतिविधियों पर लोगों की नजरें गढ़ी हुई हैं। चर्चा है कि इस खेल की कठपुतलियों की डोरियां कोई और खींच रहा है।