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बद्दी की अपेक्षा ऊना में ड्रग पार्क की लागत लगभग 20 प्रतिशत पड़ेगी कम

रोजाना24,ऊनाः बल्क ड्रग फार्मा पार्क की तैयारियों के लिए राज्य सरकार की हाई-पावर कमेटी की 26 जून को होने वाली पहली बैठक से पहले ऊना की तैयारियों पर एक महत्वपूर्ण बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता डीसी ऊना संदीप कुमार ने की। इस बैठक में एचपीएसआईडीसी उपाध्यक्ष प्रो. राम कुमार विशेष रूप से उपस्थित रहे। बैठक में जिलाधीश ने कहा कि जिला ऊना में पोलियां, मालूवाल तथा टिब्बियां में लगभग 1100 एकड़ भूमि उपलब्ध है, जो फार्मा पार्क बनाने के लिए उपयुक्त हो सकती है। यह भूमि बंजर है, यहां पर वन विभाग की क्लीयरेंस की भी कोई आवश्यकता नहीं है तथा यहां आबादी भी बेहद कम है। इस भूमि को ड्रग फार्मा पार्क बनाने के लिए उद्योग विभाग को ट्रांसफर किया जाएगा। इसके अलावा यहां पर क्नेक्टिविटी भी बेहतर है। भूमि से नंगल रेलवे स्टेशन लगभग 17 किमी दूर है, जबकि क्षेत्र सड़क सुविधा से भी जुड़ा है। ऊना-जैजों रोड को अपग्रेड करने के लिए 24 करोड़ रुपए पहले से ही स्वीकृत हैं। इसलिए यहां पर ड्रग पार्क स्थापित करने के लिए आधारभूत ढांचा मजबूत है।बैठक में उपस्थित एचपीएसआईडीसी उपाध्यक्ष प्रो. राम कुमार ने कहा कि बद्दी की अपेक्षा ऊना में ड्रग पार्क की लागत लगभग 20 प्रतिशत कम पड़ेगी। साथ ही यहां पर गैस तथा बिजली की भी उपलब्धता है। साथ ही यहां पर पानी के प्रदूषित होने का खतरा भी कम है। उन्होंने कहा कि नीति आयोग की गाइडलाइन्स के मुताबिक हरोली विधानसभा क्षेत्र में उद्योग लगाने के लिए बंजर भूमि की उपलब्धता है तथा यह भूमि हिमाचल प्रदेश की औद्योगिक नीति के तहत बी श्रेणी में आती है, जहां पर उद्योगों को अधिक प्रोत्साहन मिलता है। ऐसे में पोलियां का चयनित क्षेत्र जिला में बल्क ड्रग पार्क स्थापित करने के लिए उपयुक्त स्थान है। उन्होंने कहा कि अगर ड्रग पार्क ऊना जिला में लगाया जाता है तो इससे 1000 करोड़ रुपए का निवेश आएगा और यहां पर तीस हजार से अधिक युवाओं को रोजगार मिलेगा। इससे पहले एडीसी ऊना अरिंदम चौधरी ने बैठक में प्रेजेंनटेशन भी दी। बैठक में महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र अंशुल धीमान, अधीक्षण अभियंता जल शक्ति विभाग शाम कुमार शर्मा सहित पीडब्ल्यूडी, विद्युत तथा गेल के अधिकारी शामिल हुए। 

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