रोजाना24,ऊना : ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा है कि आत्मनिर्भर गांव ही आत्मनिर्भर भारत का आधार बनेंगे। उन्होंने कहा कि गांव में रोजगार देने का सामर्थ्य है। कोरोना संकट के बीच पशु पालन विभाग, मछली पालन विभाग, बागवानी विभाग तथा कृषि विभाग लोगों को स्वरोजगार प्रदान करने में मदद कर रहे हैं। विभागों की योजनाओं की मदद से अपना रोजगार छोड़कर वापस लौटे लोग आत्मनिर्भर बन सकते हैं और प्रदेश सरकार इसके लिए सहायता भी प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने कोरोना संकट से बाहर निकलने के लिए 20 लाख करोड़ रुपए के पैकेज की घोषणा की है। इस धनराशि से ग्रामीण क्षेत्रों में आधारभूत ढांचा मजबूत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार लोगों की हर संभव सहायता करने का प्रयास कर रही है। गांव की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए कुछ शर्तों के साथ मनरेगा के कार्य करने की सबसे पहले अनुमति प्रदान की गई। प्रदेश में लगभग 3.60 लाख लोगों को मनरेगा के माध्यम से रोजगार दिया गया और उनके खाते में 60 करोड़ रुपए धनराशि डाली गई। यही नहीं मनरेगा मजदूरों व श्रमिकों की दिहाड़ी 182 रूपए से बढ़ाकर 202 रूपए की गई है।वीरेंद्र कंवर ने कहा कि उज्ज्वला योजना के तहत लाभार्थियों को तीन-तीन गैस सिलेंडर निशुल्क प्रदान किए गए तथा गृहिणी सुविधा योजना में भी प्रदेश सरकार ने एक सिलेंडर फ्री में दिया। उन्होंने कहा कि किसान सम्मान निधि के तहत 2000 रुपए की किश्त लाभार्थियों को दी गई। प्रधानमंत्री जन-धन योजना के तहत अप्रैल व मई माह में 500-500 रुपए ट्रांसफर किए गए।इस अवसर पर उन्होंने लोगों को मास्क व सैनिटाइजर भी बांटे।