रोजाना24ः राज्य सरकार ने देश के विभिन्न हिस्सों से प्रदेश में वापिस आने वाले लोगों की प्रतिभा का खाका तैयार करने के लिए एक प्रतिभा रजिस्टर बनाया है, ताकि उन्हें रोजगार और स्वरोजगार के अवसर प्रदान किए जा सकें।मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने बिलासपुर जिला के बिलासपुर सदर के भाजपा मंडल, ऊना जिले के चिंतपूर्णी भाजपा मंडल और कुल्लू जिले के बंजार भाजपा मंडल की वर्चुअल रैलियों को आज यहां वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए यह बात कही।उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश के लोग भाग्यशाली हैं कि संकट के इस समय में देश का मार्गदर्शन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूप में एक मजबूत नेतृत्व मौजूद है। यह प्रधानमंत्री के समयबद्ध और त्वरित निर्णय के कारण ही सम्भव हुआ कि भारत में मृत्यु की संख्या लगभग 9100 है, जबकि 142 करोड़ की जनसंख्या वाले दुनिया के लगभग 15 सबसे गंभीर रूप से प्रभावित देशों में लगभग 4.30 लाख मौतें दर्ज की गई। उन्होंने कहा कि हिमाचल में कोरोना के लगभग 186 सक्रिय मामले हैं और स्थिति भी नियंत्रण में है।मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण विकास की गति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। सरकार राज्य की अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। राज्य सरकार ने अर्थव्यवस्था के पुनरूत्थान के लिए मंत्रिमंडल उप समिति और टास्क फोर्स का गठन किया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता खबरों में बने रहने के लिए राज्य सरकार पर निराधार और झूठे आरोप लगा रहे हैं। राज्य में भ्रष्टाचार के लिए कोई स्थान नहीं है और सरकार दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेगी।जय राम ठाकुर ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2014 में, पहली बार देश के प्रधानमंत्री बनने पर डिजिटल इंडिया अभियान आरम्भ किया। यह प्रधानमंत्री की दूरदर्शिता के कारण ही सम्भव हो पाया कि कोरोना महामारी के वर्तमान समय में भी, हम आधुनिक तकनीक के माध्यम से एक-दूसरे सेे सम्पर्क बनाए रखने में सक्षम हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भी कोरोना वायरस से निपटने के लिए हिमाचल सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की है। राज्य सरकार की पहल को एक स्वतंत्र एजेंसी ने भी स्वीकार किया है। राज्य के लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि सभी कोरोना पाॅजिटिव व्यक्ति संस्थागत क्वारन्टीन या होम क्वारन्टीन के अन्तर्गत थे। दूसरे राज्यों से आने वाले किसी भी व्यक्ति को घर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने जरूरतमंदों को राहत देने और देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे लगभग दो लाख लोगों को वापस लाने पर 15 करोड़ रुपये व्यय किए है। दूसरी ओर, राज्य कांग्रेस पार्टी ने अपने केंद्रीय नेतृत्व को सूचित किया है कि उन्होंने जरूरतमंदों को मास्क और भोजन उपलब्ध कराने पर 12 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। उन्हें जवाब देना चाहिए कि उन्होंने यह पैसा कहां खर्च किया, क्योंकि उन्होंने राज्य में कुछ नहीं किया है।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में लगभग 1.36 लाख गैस कनेक्शन निःशुल्क उपलब्ध कराए गए और गृहिणी सुविधा योजना के तहत 2.76 लाख गैस कनेक्शन प्रदान किए गए। गम्भीर बीमारी से पीड़ित प्रत्येक मरीज के परिवार को 3000 प्रदान किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत राज्य के 8.74 लाख से अधिक किसानों के खातों में प्रति दो हजार रुपये स्थानांतरित किए गए हैं।बिलासपुर जिला के विकास का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह इस जिला का सौभाग्य है कि दुनिया के सबसे बड़े राजनीतिक दल, भाजपा के प्रमुख जगत प्रकाश नड्डा इसी मिट्टी के सपूत है। बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने लगभग 45,000 फेस मास्क तैयार करने और लोगों को वितरित करने का सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने क्षेत्र के लोगों को एचपी एसडीएमए कोविड-19 स्टेट डिजास्टर रिस्पाॅंस फंड में 30 लाख रुपये तथा पीएम केयर्ज फंड में 10 लाख रुपये प्रदान करने के लिए धन्यवाद किया।चिंतपूर्णी विधानसभा क्षेत्र के विकास का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र के लिए जल जीवन मिशन के अंतर्गत 26.92 करोड़ रुपये तथा बाढ़ नियन्त्रण के लिए 27 करोड़ रुपये प्रदान किए गए हैं। नंदपुर-मेडी सड़क के निर्माण में 21 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।जय राम ठाकुर ने कहा कि कुल्लू जिले का बंजार क्षेत्र राज्य के एक आदर्श निर्वाचन क्षेत्र के रूप में उभर रहा है। राजकीय डिग्री काॅलेज गाड़ा-गुशैणी के भवन निर्माण के लिए काम शुरू कर दिया गया है और क्षेत्र में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत 26 सड़कों के निर्माण कार्य पर 100 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।इस अवसर पर ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने भी अपने विचार सांझा किए।बिलासपुर सदर के विधायक सुभाष ठाकुर, चिंतपूर्णी के विधायक बलबीर सिंह और बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी ने अपने-अपने क्षेत्रों की विभिन्न विकासात्मक मांगों को विस्तार से बताया।