रोजाना24,चम्बा : जनजातीय मुख्यालय भरमौर में इन दिनों सार्वजनिक शौचालयों की दशा बेहद खराब है.शौचालयों में कई कई दिनों तक गंदगी भरी रहती है.जिस कारण लोगों को शौचालय में भी शौच करने से पूर्व सोचना पड़ता है.शौचालयों की इस दशा ने सरकार के स्वच्छ भारत मिशन को गंदा करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है.गत नवम्बर से फरवरी माह तक शौचालयों में पानी की व्यवस्था नहीं थी क्योंकि पाईपों में पानी जम जाने के कारण यह असुविधा थी.अब जबकि तापमान सामन्य है लेकिन शौचालयों में हाथ धोने के लिए भी पानी नहीं है.क्योंकि यहां लगे वॉश बेसिन के नल व कनेक्टर आदि टूटे हुए हैं. लोग शौचालय में घुस तो जाते हैं लेकिन हाथ धोने के लिए घर या बाहर किसी सार्वजनिक नल पर जाना पड़ रहा है.
स्थानीय लोग तो इस अव्यवस्था से कई वर्षों से अवगत हैं लेकिन पर्यटकों को तो इस समस्या का पता नहीं है जिस कारण वे परेशान हो रहे हैं.लोग चौरासी मंदिर में माथा टेकने से पूर्व यहां साडा के तहत बने शौचालय व स्नानागार में स्वच्छ होना चाहते हैं.लेकिन यहां की अव्यवस्था के कारण कटु अनुभव लेकर वापिस जा रहे है.गौरतलब है कि साडा ने मुख्यालय में साफ सफाई व शौचालयों की व्यवस्था सुलभ इंटरनैशनल को सौंप रखा है.लेकिन स्वच्छता निगरानी के लिए बनी कमेटी इसकी जांच पड़ताल नहीं कर रही.जिस कारण सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी सम्भालने वाली संस्था को पेमेंट भी बिना व्यवस्था पड़ताल के जारी की जा रही है.
शौचालय की व्यवस्था पर अतिरिक्त जिलादंडाधिकारी भरमौर पीपी सिंह ने खंड विकास अधिकारी को पड़ताल करने के निर्देश दिए हैं.