रोजाना24,शिमला :जेबीटी अध्यापक पद के लिए बी एड धारकों को भी योग्य मानने के निर्णय पर जे बी टी /डीएलईडी प्रशिक्षु अपने भविष्य को लेकर असुरक्षित महसूस करने लगे हैं.इस मामले में हिमाचल प्रदेश जेबीटी प्रशिक्षु संघ के अध्यक्ष अभिषेक ठाकुर,उपाध्यक्ष चमन, आज शिमला में मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री से भी मिले.महासचिव मोहित ठाकुर,कोषाध्यक्ष
नवीन शर्मा,सचिव संजीव,मनीष ठाकुर,रमन कुमार,विकास शर्मा आदि ने कहा कि प्रदेश में 12 डाईट संस्थान व 20 निजि प्रशिक्षण संस्थानों में करीब 6 हजार युवा प्रशिक्षण ले रहे हैं.जबकि अट्ठारह हजार प्रशिक्षण प्राप्त युवा बेरोजगार बैठे हैं.उन्होंने कहा कि एनसीटीई द्वारा बी एड को जेबीटी पदों के लिए योग्य स्वीकृति देने से जे बी टी/डीएईडी प्रशिक्षुओं का भविष्य असुरक्षित हो गया है.सरकार इस मामले में उनके रोजगार के भविष्य को सुरक्षित करे.
मनीष ठाकुर ने कहा कि मुख्य मंत्री जयराम ठाकुर व शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने संघ को जे बी टी के हितों की रक्षा करने का भरोसा दिया है.
उधर इसी संदर्भ में जेबीटी प्रशिक्षु संघ धर्मशाला के प्रतिनिधि मंडल ने प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक रोहित जम्बाल से मिल कर खाली पड़े पदों पर बैचवाईज जेबीटी को नियुक्त करने की मांग करते हुए कहा कि जेबीटी के नए बैच तब तक बिठाए जाएं जब तक कि प्रशिक्षण प्राप्त बेरोजगार जे बी टी/डीएलईडी को नौकरी नहीं मिल जाती.
इस अवसर पर बोध राज,इंद्रजीत,विनीत,पवन,
सोनिया,सपना,ऋषभ,जय प्रकाश,बबीता ठाकुर,तेज प्रकाश,खूबराम,अनिल,नेहा,प्रवीण,पपलेश,सुभाष,विक्रम विकास सहित अन्य निजि संस्थानों के प्रशिक्षु भी मौजूद रहे.