‘संतोष इज माई फेवरिट टीचर’.सरकार ! इनकी बदली न करें .

रोजाना24,चम्बा :- राजकीय प्रारम्भिक पाठशाला पंजसेई में तैनात जे बी टी अध्यापिका संतोष कुमारी का तबादला शिक्षा विभाग के गले की फांस बनने जा रहा है.विभाग ने उक्त अध्यापिका का तबादला राजकीय केंद्रीय प्रारम्भिक पाठशाला पूलिन को कर दिया गया है.अध्यापिका के स्थानांतरण आदेशों का स्कूल की प्रबंधन समिति की कार्यकारिणी ने विरोध शुरू कर दिया है.स्थानांतरण आदेश आने के बाद स्कूल प्रबंधन समिति की विशेष बैठक बुलाई गई.बैठक की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष कमल कुमार ने की.बैठक में मौजूद सदस्यों ने मुद्दा उठाया कि स्कूल में तैनात जेबीटी अध्यापिका का पढ़ाना का तरीका बेहद प्रभावशाली है व बच्चों का भी उनसे भावनात्मक जुड़ाव हो चुका है. और वेे बच्चों की पसन्दीदा अध्यापिका हैं.वहीं


बच्चों की वार्षिक परीक्षाएं सिर पर हैं ऐसे में अध्यापिका का तबादला बच्चों की पढ़ाई पर बुरा प्रभाव डाल रहा है.समिति सदस्यों ने अध्यापिका का स्थानांतरण रद्द करने की मांग का प्रस्ताव पारित कर मुख्यमंत्री हि प्र.शिक्षा मंत्री,निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा हि प्र,सहायक निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा विभाग,अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी भरमौर,व खण्ड प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी भरमौर को कार्यवाही के लिए भेज दिया.

सामान्य सी दिखने वाली इस स्थानांतरण कार्यवाही के पीछे माना यह जा रहा है कि स्थानांतरित अध्यापिका अध्यक्ष प्राथमिक अध्यापक संघ भरमौर सुरिन्दर पटियाल की बहन हैं और सुरिंदर पटियाल कांग्रेसी नेताओं के करीबी माने जाते हैं.और उनका मानना यह भी है कि यह तबादला राजनीतिक द्वेष के कारण हो रहा है.जबकि एसएमसी कार्यकारिणी का कहना है कि उनके बच्चों को अध्यापिका के पढ़ाने का तरीके का तरीका पसंद है.विभागीय अधिकारियों का कहना है तकनीकी रूप से अध्यापिका का तबादला सही है पूलिन स्कूल में पढ़ रहे बच्चों को भी अध्यापक की आवश्यकता है.

अध्यापिका के तबादले में परोक्ष रूप से चल रही चालें एसएमसी के विरोध के बाद अब सार्वजनिक रूप से चलनी शुरू होने वाली हैं.