मणिमहेश यात्रा के दौरान लंगर लगाने के लिए तमाम तरह के जुगाड़ भिड़ाने के लिए आतुर रहने वाली लंगर सेवा समितियों को प्रशासन ने सफाई व स्वच्छता को प्राथमिकता देने के वादे के बाद अनुमति प्रदान की थी.लेकिन अनुमति मिलने के बाद यह सेवा समितियां किस प्रकार नियमों वायदों को भूल जाती हैं इसका उदाहरण इन लंगर समितियों के आसपास को देखकर ही लग जाता है.लंगर सेवा समितियां बचे हुए भोजन को सड़क किनारे फेंक रही हैं.जिसे खाकर मवेशी तो बीमार हो ही रहे हैं बासी भोजन सड़ने से बदबू व गन्दगी भी फैल रही है.भरमौर मुख्यालय के सावनपुर नामक स्थान पर लगे लंगर से बचे हुए भोजन को सड़क के किनारे ही फेंक दिया गया.जिससे आम लोगों को दिक्कत हो रही है.गौरतलब है कि लंगर सेवा समितियों द्वारा बासी भोजन फेंकने के कारण गन्दगी ही नहीं फैल रही अपितु इस प्रकार जरूरत से अधिक भोजन पका कर यह आवाज बरबाद भी कर रही हैं.भोजन के अलावा यह समितियां मिठाई, फास्ट फूड, व तलीभुनी चपटी चीजें बना कर श्रद्धालुओं को लंगर की ओर आकर्षित कर रही हैं चटपटी व सेहत के लिए हानिकारक खाद्य पदार्थों को खाने के बाद लंगर सेवा द्वारा पकाए गए चावल दालें आदि बेकार हो रही हैं.
इस संदर्भ में अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी पृथीपाल सिंह ने कहा कि वे सैक्टर अधिकारियों को ऐसी लंगर सेवा समितियों को जुर्माना लगाने व नियमों को कड़ी से अनुपालना करवाने के निर्देश दे रहे हैं.