चम्बा -: मणिमहेश यात्रा के दौरान इस वर्ष बढ़े हुए किराये पर काफी हो हल्ला हो रहा है.राजनीतिक दल सत्ता पक्ष को इस मामले में पब्लिक की नजरों में दोषी साबित करना चाहता है तो सामानन्य लोग इसकी टेंडर प्रक्रिया की तकनीक पर भी प्रश्न खड़े कर रहे हैं.लोगों के प्रश्नों पर प्रशासन का पक्ष रखते हुए अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी पृथीपाल सिंह ने आज पत्रकार वार्ता में कहा कि हैलिटैक्सी टेंडर प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता रखी गई है जिसके लिए सरकारी वेबसाईट पर जुलाई माह में निविदाएं आमंत्रित की गई थीं.जिस पर दो हैली कम्पनियों ने अपनी निविदाएं सीलबंद कर कमेटी के पास भेजी थीं.निविदाएं खोलने वाली कमेटी में वाणिज्य विषय के दो प्रवक्ता विद्युत विभाग के सहायक अभियंता भी शामिल थे.एविएशन कम्पनियों ने निवदाओं में 3125 व 3050 रू.की दर से दाम भरे थे.लेकिन कमेटी ने किराए की दरों को और नीचे लाने के लिए एविएशन कम्पनियों पर दबाव बनाया जिसका असर हुआ और किराए की दर को 2900 रु.तक नीचे लाया गया.बीते वर्ष जो किराए की दर 1490 रुपये थी तो वह तीन वर्ष के अनुबंध के तहत थी और अनुबंध के वक्त जीएसटी भी लागु नहीं हुआ था.पत्रकारों के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि कम किराए की दर वाला तीन वर्ष का अनुबंध तोड़ना सरकार का निर्णय था.और सरकार ने मणिमहेश यात्रा को बढ़ावा देने के मद्देनजर ही यह अनुबंध समाप्त किया है.उन्होंने कहा कि शुरूआत में हैलिटैक्सी का किराया नौ हजार रुपये के करीब भी हुआ करता था लेकिन वे पुराने मुद्दों के बजाए मौजूदा समस्याओं के समाधान पर ध्याम केंद्रित कर रहे हैं.उन्होंने कहा कि यह सच है कि किराए की दरें बढ़ी हुई हैं.लेकिन इसका लाभ सीधे मणिमहेश न्यास को भी मिलेगा उन्होंने लाभ के इस गणित को सरल भाषा में समझाते हुए कहा कि अब तक मणिमहेश न्यास को हैलीकॉप्टर कम्पनियों से 10% की दर से रॉयल्टी प्राप्त हो रही थी लेकिन अब इसे 20% तक बढ़ा दिया गया है.ऐसे में बढ़ी हुई दरों से न्यास की आमदनी में पहले से करीब तीन गुना अधिक मुनाफा होगा.
पत्रकारों के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि भरमौर हैलिपैड में भदरवाही श्रद्धालुओं के ठहरने के कारण हैलीकॉप्टर की उड़ानों में व्यवधान उत्पन होता रहा है जिसका नुक्सान न्यास को भी उठाना पड़ता है.श्रद्धालुओं के साथ विवाद से बचने के लिए भरमाणी में हैलिपैड का निर्माण किया जा रहा है.इस हैलिपैड की क्षमता भी तीन हैलीकॉप्टर के बिठाने की होगी.भरमौर हैलिपैड में भीड़ बढ़ने के दौरान भरमाणी वाले हैलिपैड से हैलिकॉप्टर उड़ाने करवाई जाएंगी.शेष समय में इस हैलिपैड को कार पार्किंग के रूप में प्रयोग किया जा सकेगा.वहीं दोनों तरफ यात्रा करने वाले यात्रियों को किराए में छूट दिलवाने की व्यवस्था पर भी कार्य किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि यात्रियों व टैक्सी चालकों को परेशान करने करने वाला पार्किंग के नाम पर लिया जाने वाला टैक्स इस बार नहीं लिया जा रहा यह मणिमहेश यात्रा के दौरान यात्रियों के लिए बड़ी राहत भरा निर्णय है.लंगर समितियों व सरकारी भूमि में दुकाने लगाने वालों के लिए बनाए गए नियमों में ढील दी गई है.जिसमें स्वच्छता के मामले में समझौता नहीं किया गया है.
उन्होंने लोगों से अपील की है कहा कि जहां त्रुटियां हैं उसपर प्रशासन को इंगित करें व अपने परामर्श भी जरूर दें.लेकिन प्रशासन द्वारा किए जा रहे सकारात्मक कदमों पर सहयोग भी करें.