हिमाचल प्रदेश में अब सरकारी डिपुओं से मिलने वाला रिफाइंड तेल भी महंगा हो गया है, जिससे राज्य के 19.50 लाख राशन कार्डधारक परिवारों को झटका लगा है। खाद्य आपूर्ति विभाग ने रिफाइंड तेल की कीमतों में 37 से 42 रुपये प्रति लीटर तक की बढ़ोतरी की है।
अब डिपुओं में बीपीएल, एपीएल और एनएफएसएस श्रेणी के उपभोक्ताओं को रिफाइंड तेल ₹134 प्रति लीटर की दर से मिलेगा, जबकि आयकरदाताओं को यह तेल ₹144 प्रति लीटर की कीमत पर उपलब्ध कराया जाएगा। पहले यह दर बीपीएल-एपीएल के लिए ₹97 और आयकरदाताओं के लिए ₹102 प्रति लीटर थी।
📌 क्या बदला है?
- दाम बढ़े: रिफाइंड तेल की कीमत में 6 से 8 महीने बाद भारी बढ़ोतरी की गई है।
- चना दाल नहीं मिलेगी: इस बार उपभोक्ताओं को चना दाल का विकल्प भी नहीं मिलेगा, जो पहले दो किलो तक लिया जा सकता था।
- सप्लाई सीमित: फिलहाल सिर्फ एक महीने के लिए ही रिफाइंड तेल की आपूर्ति तय की गई है।
💬 अधिकारियों की प्रतिक्रिया
राजेश्वर गोयल, प्रबंध निदेशक, खाद्य आपूर्ति निगम:
“27.50% कस्टम ड्यूटी के कारण रिफाइंड तेल की कीमतों में इजाफा हुआ है। हालांकि, बाजार भाव की तुलना में उपभोक्ताओं को डिपुओं में अब भी 10 से 12 रुपये सस्ता तेल मिलेगा।”
निशांकांत, क्षेत्रीय प्रबंधक, खाद्य आपूर्ति निगम कांगड़ा-चंबा:
“खाद्य आपूर्ति निगम शिमला की ओर से रिफाइंड के टेंडर कर दिए गए हैं। इस बार उपभोक्ताओं को बढ़ी हुई दरों पर ही तेल मिलेगा।”
🛒 कहां मिलेगी सप्लाई?
- कांगड़ा जिले की 1136 उचित मूल्य की दुकानों पर इस माह रिफाइंड तेल की आपूर्ति होगी।
- इसी तरह चंबा, हमीरपुर सहित अन्य जिलों में भी तेल के ऑर्डर भेजे जा चुके हैं।
- जानकारी के अनुसार, कई जिलों में अंतिम बार सितंबर 2024 और कुछ स्थानों पर जनवरी 2025 में ही रिफाइंड तेल मिला था।
⚠️ बढ़े दामों का असर
इस बढ़ोतरी का सीधा असर निचले और मध्यम वर्ग के परिवारों पर पड़ेगा, जो रसोई खर्च में राहत की उम्मीद में डिपुओं का सहारा लेते हैं। पहले से ही महंगाई की मार झेल रहे उपभोक्ताओं को अब सरकारी राहत योजनाओं में भी मूल्य वृद्धि का सामना करना पड़ रहा है।