भारतीय सेना ने दिखाया दम, पाकिस्तान और पीओके में आतंक के अड्डे तबाह
भारत ने एक बार फिर आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (पीओके) में ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया है। इस सैन्य अभियान का उद्देश्य उन आतंकी समूहों के ठिकानों को नष्ट करना था जो भारत के खिलाफ आतंकी हमलों की योजना बनाते और उन्हें अंजाम देने के लिए निर्देशित करते थे। भारतीय सेना ने पुष्टि की है कि ऑपरेशन में पाकिस्तान व पीओके के कुल नौ आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया। सेना ने स्पष्ट किया कि किसी भी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया है, जिससे यह सिद्ध होता है कि यह कार्रवाई केवल आतंकवाद के खिलाफ थी।
सेना ने पहले दी चेतावनी, फिर दागे प्रहार
हमले से ठीक पहले भारतीय सेना ने सोशल मीडिया पर दो सशक्त संदेश साझा किए — “Ready to strike… Trained to win” और “प्रहाराय सन्निहिता:, जयाय प्रशिक्षिता:”, जिसका अर्थ है ‘प्रहार के लिए तत्पर, विजय के लिए प्रशिक्षित’। इन संदेशों ने यह संकेत दे दिया था कि कुछ बड़ा होने वाला है। कुछ ही समय में खबर आई कि लड़ाकू विमानों ने आतंकी ठिकानों पर सटीक प्रहार शुरू कर दिए हैं।
पाकिस्तानी मीडिया की पुष्टि: 100 मौतें, 24 मिसाइल हमले
पाकिस्तानी मीडिया ने भी इस हमले की पुष्टि की है, हालांकि उन्होंने इसे “आक्रामक कदम” बताया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान के भीतर छह विभिन्न जगहों पर कुल 24 मिसाइलें दागी गईं, जिनमें 100 लोगों की मौत और 800 घायल होने की बात सामने आई है।






आधे घंटे तक आसमान में गूंजते रहे फाइटर जेट्स
ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत से पहले ही कश्मीर के आसमान में चार लड़ाकू विमानों ने एक साथ उड़ान भरनी शुरू कर दी थी। इन विमानों ने फॉर्मेशन बनाकर लक्ष्यों को निशाना बनाया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, करीब आधे घंटे तक आसमान में गर्जना करते हुए जेट विमानों की आवाजें सुनाई देती रहीं।
‘न्याय हुआ… जय हिंद’ : सेना का सटीक संदेश
ऑपरेशन के सफल क्रियान्वयन के बाद भारतीय सेना ने सोशल मीडिया पर एक और संदेश जारी किया — “न्याय हुआ… जय हिंद”, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि सेना ने पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा किए गए पिघले जख्मों का बदला ले लिया है।
पहलगाम नरसंहार बना हमले की पृष्ठभूमि
यह सैन्य कार्रवाई ऐसे समय पर की गई है जब पूरा देश 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए दिल दहला देने वाले आतंकी हमले से आक्रोशित है। उस दिन पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने धर्म पूछकर 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या कर दी थी। तभी से देश भर में यह मांग उठ रही थी कि पाकिस्तान को इसका माकूल जवाब दिया जाए।
बालाकोट के बाद फिर पाकिस्तान को दिया गया कड़ा संदेश
यह ऑपरेशन वर्ष 2019 की बालाकोट एयरस्ट्राइक की याद दिलाता है, जब पुलवामा हमले के 12 दिन बाद भारत ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर आतंकी ठिकानों को नष्ट किया था। उस हमले में 40 सीआरपीएफ जवानों की शहादत के बाद देश में उबाल था। बालाकोट की तर्ज पर ऑपरेशन सिंदूर ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि भारत अब किसी भी आतंकी कार्रवाई को बर्दाश्त नहीं करेगा।
ऑपरेशन सिंदूर: आतंक के खिलाफ भारत की जीरो टॉलरेंस नीति की मिसाल
भारतीय सेना द्वारा की गई यह सर्जिकल स्ट्राइक न केवल आतंकवादी संगठनों के लिए चेतावनी है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी Zero Tolerance Policy पर अडिग है। सेना की इस कार्रवाई से आतंकवादियों के हौसले पस्त होंगे और उनके मददगारों को भी सख्त संदेश मिलेगा।