मणिमहेश यात्रा के विकास को मिलेगा नया आयाम, प्रसाद योजना के तहत भेजा जाएगा प्राक्कलन: डॉ जनक राज

मणिमहेश यात्रा के विकास को मिलेगा नया आयाम, प्रसाद योजना के तहत भेजा जाएगा प्राक्कलन: डॉ जनक राज

भरमौर, चंबा: भरमौर विधानसभा क्षेत्र से विधायक डॉ जनक राज ने जानकारी दी है कि केंद्र सरकार द्वारा चंबा जिले के प्रसिद्ध मणिमहेश यात्रा मार्ग को प्रसाद योजना (PRASAD Scheme) के तहत विकसित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके लिए संबंधित विभागों को प्राक्कलन तैयार कर केंद्र को भेजने के निर्देश दिए गए हैं। यह कदम मणिमहेश यात्रा को बेहतर सुविधाओं से युक्त बनाने और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उठाया गया है।

क्या है प्रसाद योजना? जानिए विस्तार से

प्रसाद योजना (Pilgrimage Rejuvenation and Spiritual Augmentation Drive) केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसे पर्यटन मंत्रालय द्वारा वर्ष 2014-15 में शुरू किया गया था। इस योजना का उद्देश्य देशभर के प्रमुख धार्मिक स्थलों और तीर्थ क्षेत्रों का समग्र विकास करना है, जिससे धार्मिक पर्यटन को प्रोत्साहन मिल सके और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती प्राप्त हो।

प्रसाद योजना के प्रमुख उद्देश्य:

  • तीर्थ स्थलों पर सड़क, परिवहन, स्वच्छता, पेयजल, आवास, लाइटिंग और सुरक्षा जैसी बुनियादी सुविधाओं का निर्माण और सुधार।
  • धार्मिक-सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण और उसका प्रचार-प्रसार।
  • स्थानीय लोगों को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध करवाना।

वित्तीय सहायता और कार्यान्वयन:

  • इस योजना के तहत केंद्र सरकार 100% वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
  • योजना लागू होने के बाद से अब तक केंद्र सरकार ने सैकड़ों करोड़ रुपये की परियोजनाओं को स्वीकृति और क्रियान्वयन के लिए मंजूरी दी है।
  • काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (उत्तर प्रदेश) और केदारनाथ पुनर्निर्माण (उत्तराखंड) जैसे सफल उदाहरण पहले ही सामने आ चुके हैं।

मणिमहेश यात्रा को इससे कैसे लाभ होगा?

मणिमहेश यात्रा, हिमाचल प्रदेश का एक प्राचीन और अत्यंत श्रद्धेय धार्मिक स्थल है, जहां हर वर्ष लाखों श्रद्धालु भारी दुर्गम रास्तों से होकर पहुंचते हैं। प्रसाद योजना के तहत इस यात्रा मार्ग में आधुनिक सुविधाएं, पैदल यात्रा मार्गों का सुधार, हेल्थ और मेडिकल सहायता, पार्किंग, रहने की व्यवस्था, डिजिटल सूचना केंद्र और आपातकालीन सेवाओं का विस्तार किया जा सकता है।

विधायक जनक राज ने कहा कि, “हमारा प्रयास है कि भरमौर और मणिमहेश जैसे पवित्र तीर्थ स्थल को भी केदारनाथ और काशी जैसी योजनाओं की तर्ज पर विकसित किया जाए। इससे स्थानीय पर्यटन को नई दिशा मिलेगी और हजारों युवाओं को रोजगार मिलेगा।”