बैजनाथ (कांगड़ा) – हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के बैजनाथ विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत महेशगढ़ गांव में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। गांव के स्थानीय गद्दी समुदाय के सदस्य अश्विन कपूर ने कहा कि उनकी भेड़-बकरियों का झुंड अचानक गिरी आसमानी बिजली की चपेट में आ गया, जिससे करीब 150 भेड़-बकरियों की मौके पर ही मौत हो गई। यह हादसा शुक्रवार सुबह उस वक्त हुआ जब पशु जंगल की ओर चराई के लिए ले जाए गए थे।
हजारों में नहीं, लाखों का नुकसान
इस हादसे में अश्विन कपूर के परिवार को लाखों रुपये का सीधा आर्थिक नुकसान हुआ है। भेड़-बकरियां गद्दी समुदाय की जीवनरेखा होती हैं, और इतनी बड़ी संख्या में जानवरों की एक साथ मौत ने परिवार को मानसिक व आर्थिक दोनों ही रूप से झकझोर कर रख दिया है।
प्रशासन को दी गई जानकारी, राहत की उम्मीद
घटना के तुरंत बाद अश्विन कपूर ने जिला उपायुक्त कांगड़ा हेमराज बैरवा और एसडीएम बैजनाथ देवी चंद ठाकुर को फोन पर घटना की जानकारी दी। उन्होंने प्रशासन से तत्काल राहत और मुआवज़े की मांग की है।
एसडीएम देवी चंद ठाकुर ने आश्वासन दिया है कि, “प्रशासन इस दुखद घटना का संज्ञान ले चुका है और जल्द ही मौके पर टीम भेजकर नुकसान का आकलन किया जाएगा। प्रभावित परिवार को हरसंभव सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी।”
गद्दी समुदाय में शोक की लहर
इस हादसे से सिर्फ अश्विन कपूर का ही नहीं, बल्कि पूरे गद्दी समुदाय में शोक और चिंता की लहर दौड़ गई है। क्षेत्र के अन्य पशुपालकों ने भी सरकार से मांग की है कि प्राकृतिक आपदाओं में पशुधन की क्षति की भरपाई के लिए एक सुनियोजित बीमा योजना लागू की जाए, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से पीड़ित परिवारों को राहत मिल सके।
स्थानीय नेताओं और समाजसेवियों ने की मदद की अपील
स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों, समाजसेवियों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने भी प्रशासन से अनुरोध किया है कि पीड़ित गद्दी परिवार को त्वरित मुआवज़ा और पशुधन पुनर्स्थापना सहायता दी जाए, ताकि वे फिर से अपने जीवन को पटरी पर ला सकें।