भरमौर 30 जून -: हड़सर मणिमहेश पैदल मार्ग पर गत दिनों हुए भूस्खलन से बाधित हुए मणिमहेश मार्ग का कार्य लोक निर्माण विभाग ने शुरू कर दिया है.जिसमें सब से पहले जिन चट्टानों के दरकने का खतरा बरकरार है उन्हें गिराया जाएगा.उसके उपरांत हड़सर स्थित जलधार मन्दिर के समीप लोहे के बड़े गाडर तथा रेलिंग लगाकर पुराने रास्ते को अतिशीघ्र बहाल किया जाएगा। भरमौर के अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी पी पी सिंह ने बताया कि इसके लिए युद्धस्तर पर कार्य शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष आनन फानन में खरीदे गए प्रीफैब्रीकटेड शौचालयों जिनकी संख्या काफी अधिक है जोकि भरमौर से लेकर हड़सर बलमुई मार्ग तक सड़क किनारे पडे है ,उन्हें भरमौर के पुराने व नए बस अड्डे पर स्थापित करने पर विचार किया जा रहा है,क्योंकि इन प्रीफैब्रीकेटड शौचालयों के नीचे सेफ्टिक टैंक बनाने का कोई प्रबन्ध नही है किया गया था.इसलिये इन्हें सीवरेज से जोड़ना ही उचित रहेगा। इसलिए भरमौर स्थित टैक्सी स्टैंड पर ऊपर व नीचे दस दस तथा पट्टी में शौचालयों को स्थापित करने की योजना है जिससे यात्रा के दौरान भरमौर में कमी नही रहेगी। उन्होंने कहा कि भरमानी माता में हैलीपेड के लिए संयुक्त निरीक्षण हो चुका है जिसके लिए भूमि चयनित कर ली गयी है तथा एक महीने के अंदर इसे तैयार करने के आदेश विभाग को दे दिए गए है। भरमानी माता मंदिर के समीप बने शीप डिपिंग टैंक जो पेयजल स्रोत के विल्कुल नजदीक है को पुनः किसी अन्य स्थान पर स्थापित करने की कानूनी प्रक्रिया की शुरुआत कर दी है सम्बन्धित विभाग को आदेश दे दिए गए है जिससे भरमौर,घरेड,सचुई पँचयतों के लोगों को दूषित जल की समस्या से निजात मिलेगी। उन्होंने कहा कि बहुत जल्दी मणिमहेश की तैयारियों की एक बैठक आयोजित की जाएगी .