कार्तिक स्वामी मंदिर यात्रा में शराब और कचरा न फैलाने की अपील, प्रशासन से की सख्ती की मांग

कार्तिक स्वामी मंदिर यात्रा में शराब और कचरा न फैलाने की अपील, प्रशासन से की सख्ती की मांग

भरमौर, चंबाहिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध कार्तिक स्वामी मंदिर, कुगती के कपाट बैसाखी (13 अप्रैल) पर खुलने जा रहे हैं, लेकिन इस पावन अवसर से पहले स्थानीय पुजारियों और कुगती गांव वासियों ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मंदिर यात्रा के दौरान शराब लेकर न जाएं और गंदगी न फैलाएं

हर साल मंदिर की पवित्रता को ठेस पहुंचाने वाली घटनाएं सामने आती हैं, जिसमें कुछ श्रद्धालु शराब और अन्य नशीले पदार्थ लेकर मंदिर की यात्रा पर जाते हैं। इसके अलावा, खाली शराब की बोतलें, नमकीन और प्लास्टिक के पैकेट मंदिर के आसपास व रास्ते में फेंक दिए जाते हैं, जिससे वहां सफाई बनाए रखना असंभव हो जाता है।

“भगवान का घर गंदा क्यों करें?” – पुजारियों और ग्रामीणों की अपील

मंदिर के मुख्य पुजारी जी ने कहा, “यह आस्था का स्थल है, लेकिन कुछ लोग इसे पिकनिक स्पॉट समझकर आते हैं। शराब पीकर हंगामा करना और कचरा फैलाना अपमानजनक है। भगवान के दर्शन करने आ रहे हैं, तो शुद्ध मन और शरीर से आएं।”

स्थानीय लोगों ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि मंदिर मार्ग पर पुलिस तैनात की जाए, ताकि मंदिर में शराब ले जाने वालों पर सख्ती की जा सके।

हर साल बढ़ती गंदगी, सफाई करना कठिन

कुगती गांव वासियों के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों में यह समस्या गंभीर होती जा रही है। एक स्थानीय निवासी ने बताया, “लोग अपने साथ प्लास्टिक की बोतलें, नमकीन के पैकेट और दूसरी चीजें लाते हैं और इस्तेमाल के बाद वहीं फेंककर चले जाते हैं। इतनी ऊंचाई पर सफाई करना बहुत मुश्किल है। सिर्फ मंदिर के आसपास ही नहीं बल्कि पूरे रास्ते में कचरा फेंक जाते हैं लोग। “

ग्रामीणों का कहना है कि अगर प्रशासन सख्ती नहीं कर पाता, तो श्रद्धालु स्वयं जिम्मेदारी लें और अपने साथ लाए खाने-पीने के समान का बचा कचरा वापस लेकर आएं

प्रशासन से पुलिस तैनाती की मांग

स्थानीय लोगों और मंदिर समिति ने प्रशासन से मांग की है कि मंदिर मार्ग पर पुलिस की तैनाती की जाए, ताकि यात्रियों को नियमों का पालन करवाया जा सके

भरमौर प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा, “हमें शिकायतें मिली हैं। श्रद्धालुओं से अपील है कि वे मंदिर परिसर को स्वच्छ रखें। पुलिस तैनाती पर विचार किया जा रहा है।”

श्रद्धालुओं से अपील: स्वच्छता बनाए रखें

मंदिर समिति और ग्रामीणों ने श्रद्धालुओं से निवेदन किया है:
मंदिर में शराब, नशीले पदार्थ और प्लास्टिक की बोतलें न लाएं।
जो भी कचरा हो, उसे अपने साथ वापस ले जाएं।
मंदिर को पिकनिक स्पॉट समझकर अनावश्यक शोर-शराबा न करें।
अगर प्रशासन कड़ी निगरानी नहीं रखता, तो स्वयं जिम्मेदार नागरिक बनें।

श्रद्धालुओं को यह समझना होगा कि आस्था का अर्थ पवित्रता बनाए रखना भी है।

 कार्तिक स्वामी मंदिर, कुगती के कपाट बैसाखी पर्व (13 अप्रैल) को पूरे विधि-विधान के साथ खोले जाएंगे।