शिमला। शिक्षा विभाग ने प्रदेश के 62 सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में साइंस स्ट्रीम को बंद करने का फैसला लिया है। यह निर्णय इन स्कूलों में जीरो एनरोलमेंट यानी छात्रों के पूरी तरह से न होने के कारण लिया गया है। इसके साथ ही इन स्कूलों में कार्यरत लैब अटेंडेंट्स को अन्य स्कूलों में समायोजित या स्थानांतरित करने के आदेश जारी किए गए हैं।
किन जिलों में हुई साइंस स्ट्रीम बंद?
शुक्रवार को उच्च शिक्षा निदेशक की ओर से जारी आदेशों के अनुसार, साइंस स्ट्रीम बंद होने वाले स्कूलों की संख्या निम्नलिखित है:
शिक्षा विभाग के मुताबिक, जिन स्कूलों में छात्र नामांकन नहीं था, वहां साइंस स्ट्रीम को जारी रखना व्यावहारिक नहीं था। इसके चलते विभाग ने साइंस स्ट्रीम को समाप्त करने और इन स्कूलों में कार्यरत लैब अटेंडेंट्स को जरूरतमंद संस्थानों में स्थानांतरित करने का निर्णय लिया है।
एसएमसी शिक्षकों की जानकारी न भेजने पर विभाग सख्त, जवाब-तलब
शिक्षा विभाग ने किन्नौर, कुल्लू, सिरमौर और ऊना जिलों को एसएमसी (स्कूल मैनेजमेंट कमेटी) शिक्षकों की जानकारी उपलब्ध न कराने पर सख्त रुख अपनाया है। विभाग ने संबंधित जिला उपनिदेशकों से एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट मांगी है और देरी होने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी है।
क्या है मामला?
शिक्षा निदेशालय ने हाल ही में प्रदेश के शीतकालीन और ग्रीष्मकालीन अवकाश वाले स्कूलों में एसएमसी नीति के तहत नियुक्त शिक्षकों की सूची मांगी थी। हालांकि, किन्नौर, कुल्लू, सिरमौर और ऊना जिलों ने अभी तक यह जानकारी विभाग को नहीं भेजी है।
विभाग की चेतावनी:
- यदि एक सप्ताह के भीतर जानकारी उपलब्ध नहीं कराई जाती है, तो संबंधित अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
- यह मामला सरकारी शिक्षा संस्थानों की कार्यप्रणाली से जुड़ा है, इसलिए इसे गंभीरता से लिया जा रहा है।
शिक्षा विभाग के इस फैसले से प्रभावित स्कूलों में पढ़ाई की स्थिति और लैब अटेंडेंट्स के भविष्य को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। हालांकि, विभाग का कहना है कि जहां जरूरत होगी, वहां शिक्षकों और कर्मचारियों को समायोजित किया जाएगा।