हिमाचल प्रदेश विधानसभा सत्र के पहले दिन नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि दो साल के कार्यकाल के बावजूद सरकार के पास गिनाने लायक कोई उपलब्धि नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार राज्यपाल के अभिभाषण के माध्यम से भी जनता से झूठ बोल रही है।
“केंद्र सरकार की योजनाओं पर ही टिका है प्रदेश, फिर भी आभार नहीं”
मीडिया से बातचीत में जयराम ठाकुर ने कहा कि मौजूदा सरकार केंद्र द्वारा दी गई योजनाओं और पूर्व सरकार की नीतियों पर ही निर्भर है। इसके बावजूद, राज्य सरकार केंद्र के सहयोग को नकार रही है और आर्थिक मदद न मिलने की शिकायत कर रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि बुजुर्गों की पेंशन छह महीने से लंबित है, जो पहले कभी नहीं हुआ। सरकार ने 69 स्वास्थ्य संस्थानों को आदर्श चिकित्सा संस्थान बनाने का दावा किया है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है।
“स्वास्थ्य सेवाओं की जमीनी हकीकत कुछ और, सरकार झूठ बोलने में माहिर”
जयराम ठाकुर ने कहा कि आईजीएमसी सहित प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों की हालत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है। सरकार एमआरआई मशीनें और विशेषज्ञ डॉक्टरों की उपलब्धता के झूठे दावे कर रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि महिला सम्मान निधि योजना के तहत केवल 30,000 महिलाओं को ही लाभ मिला है, जबकि पात्र महिलाओं की संख्या 23 लाख से अधिक है। इसके अलावा, सरकारी कार्यालयों में 10 लाख से ज्यादा आवेदन लंबित हैं।
“सत्ता पक्ष के विधायक अभिभाषण के दौरान सोते रहे”
जयराम ठाकुर ने तंज कसते हुए कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान खुद सत्ता पक्ष के विधायक गहरी नींद में थे। इससे स्पष्ट है कि सरकार के पास बताने के लिए कुछ भी नहीं है और खुद उसके विधायक भी इसके प्रति गंभीर नहीं हैं।
उन्होंने सरकार को संवेदनहीन बताते हुए कहा कि प्रदेश में अपराध और नशा माफिया बेकाबू हो चुका है, लेकिन सरकार अब भी ‘सब कुछ ठीक’ होने का दावा कर रही है।