हिमाचल लोकमित्र संचालक महासंघ के चुनाव संपन्न, मीना देवी बनीं अध्यक्ष

हिमाचल लोकमित्र संचालक महासंघ के चुनाव संपन्न, मीना देवी बनीं अध्यक्ष

घुमारवीं (बिलासपुर)हिमाचल प्रदेश लोकमित्र संचालक महासंघ का प्रदेश स्तरीय चुनाव रविवार को घुमारवीं के रेन बसेरा में संपन्न हुआ। चुनाव बैलट पेपर के माध्यम से कराया गया, जिसमें महासंघ के विभिन्न पदों के लिए मतदान हुआ। मीना देवी को अध्यक्ष चुना गया, जबकि आशीष गॉड को उपाध्यक्ष और विंटन कौशल को महासंघ का नया सचिव बनाया गया।

प्रदेश चुनाव प्रभारी सुमन भारद्वाज ने दी जानकारी

चुनाव प्रक्रिया की जानकारी देते हुए प्रदेश चुनाव प्रभारी सुमन भारद्वाज ने बताया कि इस चुनाव में 500 से अधिक सदस्य मतदान के पात्र थे। सभी पदों के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा रही, जिससे महासंघ की लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूती मिली

चुनाव परिणाम: कौन-कौन पदाधिकारी चुने गए?

पदविजयी उम्मीदवारप्राप्त मतनिकटतम प्रतिद्वंद्वीप्राप्त मत
अध्यक्षमीना देवी150राजेंद्र कौशल127
उपाध्यक्षअशोक गौड़172शीतल गौतम105
कोषाध्यक्षहनी महाजन137भूपेंद्र ठाकुर129
सचिवविंटन कौशल168जितेंद्र सिंह107
मुख्य सलाहकारअजय शर्मा148रसपाल राणा129
मीडिया प्रभारीधनी राम144सुमन पलसरा131
प्रवक्तागुरदेव अत्रि156खेम ठाकुर121

इसके अलावा, सह-सचिव पद पर सनी दन्याल और कानूनी सलाहकार के रूप में अरविंद ठाकुर को सर्वसम्मति से चुना गया

हिमाचल लोकमित्र संचालक महासंघ के चुनाव संपन्न, मीना देवी बनीं अध्यक्ष

लोकमित्र संचालक महासंघ की भूमिका

लोकमित्र संचालक महासंघ हिमाचल प्रदेश के विभिन्न पंचायतों और ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल सेवाओं और प्रशासनिक कार्यों को सुचारू रूप से चलाने का कार्य करता है। महासंघ के सदस्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

नवनिर्वाचित पदाधिकारियों की प्रतिक्रिया

अध्यक्ष मीना देवी ने महासंघ के सदस्यों का धन्यवाद करते हुए कहा, “यह एक बड़ी जिम्मेदारी है और मैं संगठन को और मजबूत करने का प्रयास करूंगी। महासंघ के सभी सदस्यों की समस्याओं का समाधान करना हमारी प्राथमिकता होगी।”

सचिव विंटन कौशल ने कहा कि महासंघ लोकमित्र केंद्रों की समस्याओं को प्रशासन तक पहुंचाने और उन्हें हल कराने के लिए हरसंभव प्रयास करेगा

लोकतांत्रिक प्रक्रिया से मजबूत हुआ महासंघ

इस चुनाव ने महासंघ के लोकतांत्रिक मूल्यों को और अधिक मजबूत किया है। प्रदेशभर के लोकमित्र संचालकों ने इस चुनाव में भागीदारी दिखाते हुए महासंघ को और अधिक सक्रिय और प्रभावशाली बनाने का संकल्प लिया