कुल्लू: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में टैक्सी यूनियन और निजी बस ऑपरेटरों के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। भुंतर टैक्सी यूनियन की शाखा हाथी थान में स्थापित की गई है, ताकि यहां से सैलानियों को बेहतर टैक्सी सुविधा मिल सके। लेकिन निजी बस ऑपरेटरों ने यूनियन पर जबरन अधिक किराया वसूलने और अनुचित तरीके से कार्य करने के आरोप लगाए हैं।
टैक्सी यूनियन ने किया आरोपों का खंडन
ढालपुर में पत्रकारों से बात करते हुए भुंतर टैक्सी यूनियन के उप प्रधान देवेंद्र कुमार, कुल्लू टैक्सी यूनियन के महासचिव हरिराम और पार्वती टैक्सी यूनियन के प्रधान गोपाल ठाकुर ने कहा कि निजी बस ऑपरेटरों के आरोप पूरी तरह से निराधार हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि निजी बस ऑपरेटरों के चालान टैक्सी यूनियन नहीं, बल्कि आरटीओ (क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय) द्वारा किए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बस ऑपरेटर यातायात नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं, जिसके कारण उन पर कार्रवाई की जा रही है।
“किराया सरकार द्वारा तय, जबरदस्ती का सवाल ही नहीं”
टैक्सी यूनियन के पदाधिकारियों ने कहा कि उनके द्वारा सरकार द्वारा निर्धारित किराए के अनुसार ही यात्रियों से शुल्क लिया जाता है और किसी भी सैलानी के साथ जबरदस्ती नहीं की जाती।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि निजी बस ऑपरेटर हाथी थान में अपनी बसों को निर्धारित समय (3 से 5 मिनट) से अधिक देर तक खड़ा रखते हैं, जिससे अन्य वाहनों को परेशानी होती है। उन्होंने दावा किया कि कुछ बसें आधे घंटे से अधिक समय तक वहां रुकती हैं और सीधे वोल्वो बस से उतरने वाले यात्रियों को लेकर चली जाती हैं।
“गलत आरोप लगाए गए, तो होगी कार्रवाई”
टैक्सी यूनियन ने स्पष्ट किया कि बस ऑपरेटर अपने व्यवसाय को स्वतंत्र रूप से चला सकते हैं, लेकिन यदि वे टैक्सी यूनियन पर गलत आरोप लगाते रहे, तो उनके खिलाफ भी उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यह विवाद कुल्लू जिले में परिवहन सेवाओं और पर्यटन क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा की बढ़ती चुनौतियों को उजागर करता है। स्थानीय प्रशासन इस मामले पर क्या रुख अपनाएगा, यह देखने वाली बात होगी।