हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए विजिलेंस विभाग ने खाद्य सुरक्षा विभाग की सहायक आयुक्त, खाद्य सुरक्षा अधिकारी और चपड़ासी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। विजिलेंस ने 1.10 लाख रुपये की रिश्वत बरामद की और आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
🔍 होटल कारोबारी से मांगी थी 2 लाख की रिश्वत
विजिलेंस के अनुसार, खाद्य सुरक्षा विभाग की सहायक आयुक्त भविता टंडन ने एक होटल कारोबारी से 2 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी। यह रिश्वत होटल में गलत ब्रांड के पापड़ और असुरक्षित खाना पकाने के तेल से जुड़े नोटिस को दबाने के बदले मांगी गई थी।
- होटल कारोबारी ने इस मांग की शिकायत विजिलेंस विभाग को दी।
- शिकायत मिलने के बाद विजिलेंस की टीम ने जाल बिछाया।
- कारोबारी जब 1.10 लाख रुपये रिश्वत के रूप में देने पहुंचा, तो सहायक आयुक्त भविता टंडन ने उसे खाद्य सुरक्षा अधिकारी पंकज को पैसे देने के लिए कहा।
- पंकज ने यह रकम चपड़ासी केशव राम को देने के लिए कहा।
🚔 रिश्वत लेते ही विजिलेंस टीम ने दबोचा
जैसे ही शिकायतकर्ता ने चपड़ासी को पैसे सौंपे, विजिलेंस टीम ने तीनों को रंगे हाथों पकड़ लिया। साथ ही, रिश्वत की पूरी रकम भी बरामद कर ली गई।
⚖️ विजिलेंस विभाग की सख्त कार्रवाई
विजिलेंस विभाग के एसपी कुलभूषण वर्मा ने बताया कि तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।
📌 हिमाचल में भ्रष्टाचार पर बढ़ती सख्ती
- हाल के वर्षों में हिमाचल प्रदेश में भ्रष्टाचार के कई मामले सामने आए हैं, जिनमें प्रशासनिक अधिकारियों की संलिप्तता देखी गई है।
- सरकारी अधिकारियों द्वारा रिश्वत लेकर कानून तोड़ने वालों को बचाने की प्रवृत्ति पर अब विजिलेंस विभाग कड़ी कार्रवाई कर रहा है।
🚨 जनता से अपील: भ्रष्टाचार की सूचना दें
विजिलेंस विभाग ने आम जनता से अपील की है कि अगर किसी अधिकारी द्वारा रिश्वत मांगी जाती है, तो तुरंत इसकी सूचना विजिलेंस को दें ताकि भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई जा सके।