चिंतपूर्णी (ऊना): हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध चिंतपूर्णी मंदिर मार्ग पर शनिवार शाम एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक महिला की मौत हो गई और चार अन्य श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा रात करीब आठ बजे मुख्य बाजार में हुआ, जब एक अनियंत्रित स्कॉर्पियो गाड़ी ने श्रद्धालुओं को कुचल दिया।
इस दुर्घटना में पंजाब के तरनतारन जिले की 32 वर्षीय साधना की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि ज्योति (30), रोहित (35), आरवी भंडारी (9) और जानवी (13) गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
कैसे हुआ हादसा?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तेज रफ्तार स्कॉर्पियो पहले एक दूसरी गाड़ी से टकराई, फिर अनियंत्रित होकर सड़क किनारे की एक दुकान से जा भिड़ी और अंततः सड़क पर पैदल चल रहे श्रद्धालुओं को कुचलते हुए पलट गई।
दुर्घटना के तुरंत बाद चालक मौके से फरार हो गया। स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए घायलों को वाहन के नीचे से निकाला और उन्हें अस्पताल पहुंचाया।
शराब के नशे में था चालक?
हादसे के बाद मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि चालक शराब के नशे में धुत्त था, जिसकी वजह से गाड़ी बेकाबू हो गई और यह दर्दनाक हादसा हुआ। हालांकि, पुलिस ने अभी तक इस संबंध में पुष्टि नहीं की है।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी। थाना प्रभारी मोईन संजीव कुमार ने बताया कि आरोपी चालक के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और उसकी तलाश की जा रही है।
स्थानीय लोगों में आक्रोश, सड़क सुरक्षा को लेकर उठे सवाल
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है। चिंतपूर्णी मंदिर मार्ग पर श्रद्धालुओं की भारी आवाजाही रहती है, लेकिन इसके बावजूद यातायात प्रबंधन और सुरक्षा के उचित इंतजाम नहीं किए गए हैं।
स्थानीय निवासियों और व्यापारियों ने प्रशासन से सड़क सुरक्षा उपायों को सख्ती से लागू करने, ट्रैफिक नियमों का पालन सुनिश्चित करने और शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
प्रशासन की चुनौतियाँ और आगे की कार्रवाई
पुलिस ने आरोपी चालक की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की है और जल्द ही उसे पकड़ने की संभावना जताई जा रही है।
चिंतपूर्णी जैसे धार्मिक स्थल पर भीड़भाड़ और यातायात नियंत्रण को लेकर प्रशासन को अब और गंभीरता दिखाने की जरूरत है। हर साल हजारों श्रद्धालु इस मार्ग से गुजरते हैं, लेकिन बार-बार हो रहे हादसे यह सवाल खड़ा करते हैं कि क्या प्रशासन समय रहते सुरक्षा इंतजामों को पुख्ता करेगा?
क्या करने की जरूरत है?
- शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
- धार्मिक स्थलों के पास ट्रैफिक नियंत्रण के लिए उचित व्यवस्था की जाए।
- सीसीटीवी कैमरे और सख्त चेकिंग से दुर्घटनाओं को रोका जाए।
- स्थानीय लोगों की मांग के अनुसार रोड सेफ्टी उपाय लागू किए जाएं।
निष्कर्ष
चिंतपूर्णी मंदिर मार्ग पर हुआ यह हादसा एक चेतावनी है कि यातायात नियमों और सड़क सुरक्षा उपायों की अनदेखी कितनी खतरनाक साबित हो सकती है। प्रशासन और स्थानीय लोगों को मिलकर ठोस कदम उठाने होंगे, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे न हों।