जिला बिलासपुर की मलोखर पंचायत के चडाउ क्षेत्र में आज सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। सड़क किनारे एक नवजात शिशु (लड़की) कपड़े में लिपटी हुई मिली। सुबह करीब 6 बजे यह घटना तब सामने आई जब गाँव के लोग रोजाना की तरह दूध देने जा रहे थे।
बच्चे के रोने की आवाज से हुआ खुलासा
दूध देने जा रहे ग्रामीणों ने सड़क किनारे बच्चे के रोने की आवाज सुनी। जब वे पास पहुंचे तो देखा कि एक नवजात शिशु कपड़े में लिपटी हुई पड़ी थी। यह दृश्य देखकर गाँव वालों में हड़कंप मच गया और तुरंत अन्य ग्रामीणों को भी बुलाया गया।
पंचायत प्रधान को दी गई सूचना
मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने तुरंत पंचायत प्रधान मंजु देवी को घटना की सूचना दी। प्रधान ने बिना देर किए पुलिस थाने खारसी को सूचित किया। घटना के बाद, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शिशु को अपने कब्जे में लिया और उसे तुरंत क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर भेज दिया।
चिकित्सकीय जांच के लिए अस्पताल भेजा गया
क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में शिशु की स्थिति की जांच की जा रही है। डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची स्वस्थ लग रही है, लेकिन उसकी पूरी जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। इस मामले को लेकर पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है।
इंसानियत पर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर समाज में इंसानियत और ममता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आखिर क्या कारण हो सकता है कि कोई माता-पिता अपनी संतान को इस तरह सड़क पर छोड़ने के लिए मजबूर हो जाएं?
पुलिस की अपील
पुलिस ने इस घटना को लेकर जनता से सहयोग की अपील की है। अगर किसी को इस मामले से जुड़ी कोई जानकारी है, तो वे पुलिस से संपर्क कर सकते हैं। पुलिस इस मामले में दोषियों को पकड़ने और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दे रही है।