IPO की बाढ़: कैसे 2024 में Swiggy से MobiKwik तक की लिस्टिंग्स ने भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम को मजबूत किया

IPO की बाढ़: कैसे 2024 में Swiggy से MobiKwik तक की लिस्टिंग्स ने भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम को मजबूत किया

2024 भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए एक ऐतिहासिक वर्ष रहा, जब Swiggy, MobiKwik, और Ola Electric जैसी कंपनियों ने IPO के माध्यम से पूंजी बाजार में धमाकेदार एंट्री की। इस साल कुल 13 स्टार्टअप्स ने IPO लॉन्च किए, जिससे भारतीय बाजार में लगभग ₹29,000 करोड़ (3.4 बिलियन डॉलर) की पूंजी जुटाई गई।

IPOs का पुनरुत्थान

2024 में 13 स्टार्टअप्स की लिस्टिंग ने 2023 के मात्र 5 और 2022 के केवल 2 IPO के मुकाबले एक बड़ी छलांग लगाई। इनमें से सबसे बड़ा IPO Swiggy का था, जिसने ₹11,327.43 करोड़ जुटाए और 500 करोड़पतियों को जन्म दिया। इसके अलावा, Ola Electric ने ₹6,145.56 करोड़ और FirstCry ने ₹4,193.73 करोड़ जुटाए।

स्टार्टअप्स ने अपने बिजनेस मॉडल को ‘बर्न और ग्रो’ से बदलते हुए कैश फ्लो जनरेट करने पर फोकस किया, जो 2022-23 की फंडिंग विंटर के प्रभाव का नतीजा था।

यह बदलाव भारतीय स्टार्टअप्स के लिए एक सफलता का संकेत था। व्यवसाय मॉडल में सुधार और मुनाफे पर ध्यान देने के कारण IPO मार्केट में विश्वास बढ़ा,” 3one4 Capital के फाउंडिंग पार्टनर सिद्धार्थ पाई ने कहा।


छोटे स्टार्टअप्स का बड़ा प्रदर्शन

छोटे और मध्यम स्तर के स्टार्टअप्स ने भी इस साल IPO में शानदार प्रदर्शन किया।

  • Unicommerce: ₹276.57 करोड़ जुटाए और इसका IPO 168 गुना सब्सक्राइब हुआ।
  • MobiKwik: ₹572 करोड़ के IPO के साथ 119 गुना सब्सक्राइब हुआ।
  • Awfis: ₹598.93 करोड़ जुटाए और 109 गुना सब्सक्राइब हुआ।

SME सेक्टर में भी Trust Fintech, TAC Security, और Menhood जैसी कंपनियों ने ₹63.45 करोड़, ₹29.99 करोड़, और ₹19.64 करोड़ जुटाए।


IPO की सफलता का रहस्य

2024 में लिस्टेड 10 स्टार्टअप्स के शेयर उनके इशू प्राइस से ऊपर ट्रेड कर रहे हैं। इन कंपनियों ने IPO में वैल्यू छोड़ी, जिससे रिटेल निवेशकों का विश्वास बढ़ा।

स्टार्टअप्स ने IPO लॉन्च के लिए अपने प्राइवेट वैल्यूएशन को घटा दिया, जिससे निवेशकों को यह भरोसा हुआ कि स्टॉक में अभी भी ग्रोथ की संभावनाएं बाकी हैं।” – सिद्धार्थ पाई

Ola Electric और MobiKwik ने अपने वैल्यूएशन में कटौती की। Ola Electric का IPO $4 बिलियन के वैल्यूएशन पर लिस्ट हुआ, जो इसके 2023 के $5.4 बिलियन प्राइवेट वैल्यूएशन से 25% कम था।

दूसरी ओर, Swiggy और FirstCry ने अपनी पिछली फंडिंग राउंड की वैल्यूएशन को बरकरार रखते हुए IPO लॉन्च किया।


फंडिंग में बढ़त

IPO बूम ने स्टार्टअप्स के लिए फंडिंग का रास्ता खोला। Venture Intelligence के अनुसार, 2024 में स्टार्टअप्स ने $10.94 बिलियन जुटाए, जो पिछले वर्ष की तुलना में 14% अधिक है।

विशेष रूप से, IPO की तैयारी कर रहे Zepto, PhysicsWallah, Rebel Foods, और Purpelle जैसे स्टार्टअप्स ने बड़े फंडिंग राउंड किए।

IPO की स्पष्ट योजनाओं वाले स्टार्टअप्स ने निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया, क्योंकि ये कंपनियां मुनाफे, स्थिर ग्रोथ और पारदर्शिता पर फोकस कर रही थीं।” – अनिरुद्ध ए. दमानी, Artha Venture Fund


2025 में IPO की उम्मीदें

2025 में 20 से अधिक स्टार्टअप्स के IPO लॉन्च होने की उम्मीद है। WestBridge Capital के सह-संस्थापक संदीप सिंघल ने कहा,

2025 एक परिपक्वता का साल होगा। जब 15 से 20 वेंचर-बैक्ड कंपनियां लगातार मजबूत वित्तीय प्रदर्शन दिखाएंगी, तो पूरा इकोसिस्टम और मजबूत होगा।

हालांकि, विशेषज्ञों ने चेतावनी दी कि IPO बूम के साथ जोखिम भी जुड़ा हुआ है। उन्होंने निवेशकों को सतर्क किया कि वे केवल उन्हीं कंपनियों में निवेश करें जो मजबूत बिजनेस मॉडल और वित्तीय प्रदर्शन दिखा सकें।