हिमाचल प्रदेश के भरमौर क्षेत्र में बिजली विभाग को कर्मचारियों की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है। भरमौर फीडर में न तो एक भी लाइनमैन मौजूद है और न ही फील्ड वर्क के लिए कोई आउटसोर्स कर्मचारी। पूरे क्षेत्र की बिजली आपूर्ति केवल दो टी-मेट्स के सहारे चल रही है।
दिन में कई बार जाती है बिजली
भरमौर में दिनभर में कई बार बिजली गुल हो जाती है, जिससे स्थानीय लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सर्दियों के मौसम में अक्सर बर्फबारी और ओवरलोडिंग के कारण यह समस्या और गंभीर हो जाती है।
भरमौर निवासी रमेश ठाकुर ने बताया, “हर दिन बिजली कई बार गुल हो जाती है। बर्फबारी में जब बिजली की तारें टूटती हैं, तब मरम्मत के लिए लाइनमैन उपलब्ध नहीं होते। इससे घंटों तक बिजली की आपूर्ति बाधित रहती है।”
दो टी-मेट्स के सहारे व्यवस्था
वर्तमान में भरमौर फीडर में केवल दो टी-मेट्स कार्यरत हैं। ये दोनों कर्मचारी पूरे क्षेत्र में बिजली से जुड़ी समस्याओं को संभालने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, इतने बड़े क्षेत्र के लिए यह संख्या अपर्याप्त है।
स्थानीय प्रशासन और जनता की शिकायतों के बावजूद विभाग ने अब तक कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने का कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। एक विभागीय अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, “कर्मचारियों की कमी का मामला उच्चाधिकारियों को कई बार बताया गया है, लेकिन अभी तक कोई ठोस निर्णय नहीं हुआ है।”
संभावित समाधान
भरमौर जैसे दुर्गम क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति को सुचारु बनाए रखने के लिए आउटसोर्स कर्मचारियों की नियुक्ति की जानी चाहिए। साथ ही, विभाग को स्थानीय समस्याओं को प्राथमिकता देते हुए स्थायी लाइनमैनों की नियुक्ति करनी चाहिए।