कांगड़ा के सांसद डॉ. राजीव भारद्वाज ने दिल्ली में रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात कर अपने संसदीय क्षेत्र में रेलवे नेटवर्क के विस्तार की मांग रखी। उन्होंने विशेष रूप से हिमाचल के प्रमुख धार्मिक स्थलों और पर्यटन क्षेत्रों को वंदे भारत ट्रेन से जोड़ने का प्रस्ताव रखा।
डॉ. भारद्वाज ने धर्मशाला, डलहौजी, चंबा और कांगड़ा घाटी जैसे क्षेत्रों में रेल सेवा के विस्तार की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि धर्मशाला में दलाई लामा का निवास, भागसुनाग, मैक्लोडगंज, और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम जैसे स्थल हर साल हजारों पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। इन स्थानों को बेहतर रेल संपर्क से जोड़ने की आवश्यकता है।
धार्मिक स्थलों को जोड़ने की मांग
सांसद ने वंदे भारत ट्रेन को कांगड़ा क्षेत्र के चार प्रसिद्ध शक्तिपीठों—मां चिंतपूर्णी, मां ज्वालाजी, मां ब्रजेश्वरी और मां चामुंडा देवी—से जोड़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह कदम न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती देगा।
डलहौजी और चंबा में रेल कनेक्टिविटी
डलहौजी, खज्जियार और चंबा जैसे अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पर्यटन स्थलों को अब तक रेलवे नेटवर्क से न जोड़े जाने पर चिंता जताते हुए, डॉ. भारद्वाज ने अगले केंद्रीय बजट में इन क्षेत्रों के लिए रेल परियोजनाओं को मंजूरी देने का आग्रह किया।
कांगड़ा घाटी रेलवे को ब्रॉडगेज में बदलने की मांग
कांगड़ा घाटी में वर्तमान में चलने वाली एकमात्र नैरो गेज ट्रेन, जो बारिश के मौसम में अक्सर बंद हो जाती है, को ब्रॉडगेज में बदलने की भी मांग उठाई गई। उन्होंने कहा कि इस कदम से पूरे क्षेत्र में परिवहन की सुविधा बेहतर होगी और पर्यटकों को आने-जाने में आसानी होगी।
रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस विषय पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इन मुद्दों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा और उचित निर्णय लिए जाएंगे।
यह पहल न केवल क्षेत्र में रेलवे सेवा को बेहतर बनाएगी, बल्कि हिमाचल प्रदेश के पर्यटन और धार्मिक स्थलों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान दिलाने में भी सहायक होगी।