पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने प्रदेश सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि समोसा विवाद ने हिमाचल प्रदेश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शर्मिंदा कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार ने राज्य के मामलों को लेकर जो निर्णय लिए हैं, वे प्रदेश की छवि को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
जयराम ठाकुर ने मंडी में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि यदि सुक्खू सरकार अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान देती और गंभीरता से काम करती, तो इस प्रकार की स्थितियाँ पैदा नहीं होतीं। ठाकुर ने कहा, “प्रदेश की सरकार का फोकस जनता से जुड़े मुद्दों पर होना चाहिए, न कि ऐसे विवादों पर जिनसे प्रदेश की छवि खराब हो।” उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी कामकाज में पारदर्शिता का अभाव है और ऐसे विवाद जनता का ध्यान महत्वपूर्ण मुद्दों से भटका रहे हैं।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में हाल ही में हुए समोसा विवाद का जिक्र करते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि इससे हिमाचल की साख पर बुरा असर पड़ा है। “अंतरराष्ट्रीय मीडिया में समोसा विवाद की वजह से हिमाचल की सरकार की छवि मज़ाक का विषय बन गई है।”
ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की मौजूदा सरकार को चाहिए कि वह जनता की समस्याओं पर ध्यान दे और उनके समाधान के लिए कारगर कदम उठाए। उन्होंने प्रदेश में बेरोजगारी, स्वास्थ्य और शिक्षा के मुद्दों को प्रमुख समस्याओं के रूप में गिनाया और कहा कि सरकार को इन मुद्दों पर फोकस करना चाहिए।
विपक्ष के नेता ने यह भी कहा कि हिमाचल प्रदेश एक शांतिप्रिय और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध राज्य है, और ऐसे विवाद राज्य की गरिमा को ठेस पहुंचाते हैं। उन्होंने सरकार से अपील की कि वह भविष्य में इस तरह के विवादों से बचने की कोशिश करे और प्रदेश के हित में कार्य करे।