श्रीखंड महादेव यात्रा 2024: 14 से 27 जुलाई, पंजीकरण, नियम और सावधानियां

श्रीखंड महादेव यात्रा 2024 का आयोजन 14 जुलाई से 27 जुलाई के बीच किया जाएगा। यह यात्रा हिमाचल प्रदेश के सबसे पवित्र और दुर्गम तीर्थ स्थलों में से एक है। हर साल हजारों श्रद्धालु इस कठिन यात्रा को पूरा कर भगवान शिव के दर्शन के लिए आते हैं। इस बार यात्रा का पंजीकरण शुल्क प्रति व्यक्ति 250 रुपये रखा गया है।

पंजीकरण की प्रक्रिया और आवश्यकताएं

यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य है। पंजीकरण के बाद यात्रियों को उनके पंजीकृत ईमेल आईडी पर एक पुष्टि मेल प्राप्त होगा। इस मेल में यात्रा की सभी आवश्यक जानकारियां शामिल होंगी। ध्यान दें कि पंजीकरण शुल्क किसी भी स्थिति में वापिस नहीं होगा, चाहे यात्रा न करने की स्थिति हो या बेस कैम्प सिंहगड में मेडिकल चेकअप में अस्वस्थ पाए जाने पर।

यात्रा के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें

  1. स्वास्थ्य प्रमाण पत्र: यात्रा पर आने से पहले अपने साथ चिकित्सा प्रमाण पत्र लाना आवश्यक है। बेस कैम्प सिंहगड में स्वास्थ्य जांच अवश्य कराएं और पूरी तरह से स्वस्थ होने पर ही यात्रा शुरू करें।
  2. साथियों के साथ यात्रा: अकेले यात्रा करने से बचें और अपने साथियों के साथ ही यात्रा करें।
  3. सामान: छाता, बरसाती, गर्म कपड़े, गर्म जूते, टॉर्च और डंडा अपने साथ अवश्य लाएं।
  4. स्वास्थ्य संबंधी समस्या: किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या होने पर निकटतम कैंप में संपर्क करें।
  5. सफाई का ध्यान: सफाई का विशेष ध्यान रखें और दुर्लभ जड़ी बूटियों एवं पौधों के संरक्षण में सहयोग करें।
  6. दान: किसी भी प्रकार का दान अथवा चढ़ावा केवल ट्रस्ट के दान पात्रों में ही डालें।
  7. कोविड-19 नियमों का पालन: यात्री मास्क और सैनिटाइज़र साथ लाएं और कोविड-19 नियमों का पालन करें।

क्या न करें

  1. सुबह 6 बजे से पहले और शाम 6 बजे के बाद बेस कैम्प सिंहगड से यात्रा न करें।
  2. बिना पंजीकरण और चिकित्सकीय फिटनेस के यात्रा न करें।
  3. अपने साथियों का साथ न छोड़ें और फिसलने वाले जूते न पहनें।
  4. किसी भी प्रकार के शॉर्टकट का प्रयोग न करें।
  5. खाली प्लास्टिक की बोतलें और रैपर खुले में न फेंके, बल्कि अपने साथ वापस लाकर कूड़ादान में डालें।
  6. जड़ी बूटियों और दुर्लभ पौधों से छेड़छाड़ न करें।
  7. किसी भी प्रकार के नशाले पदार्थों, मांस और मदिरा का सेवन न करें।
  8. श्रीखंड महादेव की पवित्र चट्टान पर किसी भी प्रकार का चढ़ावा या त्रिशूल लगाने के लिए न चढ़ें।

विशेष सलाह

18 साल से कम और 60 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों को यात्रा न करने की सलाह दी जाती है। पंजीकरण के बिना यात्रा करने पर किसी भी बेस कैम्प से वापस भेजा जा सकता है।

श्रीखंड महादेव यात्रा एक आध्यात्मिक और धार्मिक अनुभव है। इस यात्रा को केवल भक्ति और आस्था के साथ ही करें, इसे पिकनिक या मौजमस्ती के रूप में न लें।

यात्रा की तैयारी और नियमों का पालन

यात्रा पर निकलने से पहले सभी आवश्यक तैयारियां करें और प्रशासन द्वारा निर्धारित सभी नियमों का पालन करें। इस पवित्र तीर्थ यात्रा के दौरान हर यात्री की सुरक्षा और स्वास्थ्य का ध्यान रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

श्रीखंड महादेव यात्रा 2024 में शामिल होकर आप भगवान शिव की पवित्र चट्टान के दर्शन कर सकते हैं। इस अनुभव को भक्तिभाव और आस्था के साथ पूरा करें और यात्रा के सभी नियमों का पालन करें।