मणिमहेश यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को अटल बिहारी पर्वतारोहण उप केंद्र में पंजीकरण करवाना होगा

भरमौर (चंबा)। मणिमहेश यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए अब नया नियम लागू किया गया है। उन्हें अटल बिहारी पर्वतारोहण उप केंद्र भरमौर में पंजीकरण करवाना होगा। बिना पंजीकरण के किसी भी श्रद्धालु को मणिमहेश जाने की अनुमति नहीं होगी। प्रशासन द्वारा यह कदम मई महीने में डल झील के आसपास बर्फ होने के कारण बचाव कार्यों मे आसानी के लिए उठाया गया है। अब बिना पंजीकरण के श्रद्धालु प्रंघाला स्थित वन विभाग की चेकपोस्ट और हड़सर से वापस भेज दिए जाएंगे।

अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी कुलवीर सिंह राणा ने जानकारी दी कि सोशल मीडिया पर मणिमहेश में चार से पांच फीट बर्फबारी की तस्वीरें और वीडियो देखने को मिली हैं। उन्होंने बताया कि मई माह मे मणिमहेश में हल्का हिमपात हो रहा है, जिससे यात्रा करने के लिए सावधानी की जरूरत है।

भरमौर प्रशासन ने यह निर्णय लिया है कि अब मणिमहेश यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को पहले अटल बिहारी पर्वतारोहण उप केंद्र में पंजीकरण करवाना अनिवार्य होगा। पंजीकरण के बाद, श्रद्धालुओं की मांग के अनुसार, विभाग द्वारा प्रशिक्षित गाइड उनके साथ भेजे जा सकते हैं। इससे न केवल श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित होगी बल्कि प्रशासन को यह भी पता रहेगा कि कितने लोग मणिमहेश यात्रा पर गए हैं।

पवित्र मणिमहेश यात्रा हर वर्ष प्रशासनिक आदेशानुसार कृष्ण जन्माष्टमी से शुरू होती है और राधाष्टमी को समाप्त होती है। वर्तमान समय में भी कई श्रद्धालु बिना अनुमति के यात्रा कर रहे हैं और इसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर साझा कर रहे हैं। मई जून मे यात्रीयों की कोई भी जानकारी प्रशासन के पास न होने से यह कदम उठाया गया है। पंजीकरण करवाने और गाइड साथ ले जाने से प्रशासन को यात्रा पर जाने वालों को जानकारी होगी व उनके लौटने की सूचना भी मिलती रहेगी।

प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि पंजीकरण प्रक्रिया सरल और शीघ्र होगी ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। इसके अलावा, प्रशिक्षित गाइड्स के माध्यम से उन्हें सही मार्गदर्शन और सहायता मिलेगी जिससे यात्रा सुरक्षित और व्यवस्थित हो सके। पंजीकरण के लिए यात्री को अपना पहचान पत्र दे कर नाम दर्ज करवाना होगा। पंजीकरण के लिए सुविधा अभी ऑफलाइन ही उपलब्ध है। अटल बिहारी पर्वतारोहण उप केंद्र भरमौर मे माँ भरमानी रोड पर स्थित है।

इस निर्णय के बाद, भरमौर प्रशासन को उम्मीद है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित होगी और मणिमहेश यात्रा को और अधिक सुरक्षित बनाया जा सकेगा। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे पंजीकरण करवाए बिना यात्रा न करें और सोशल मीडिया पर गलत जानकारी साझा करने से बचें। पंजीकरण प्रक्रिया के शुरू होने के बाद, मणिमहेश यात्रा को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही को सख्ती से निपटाया जाएगा।

भरमौर प्रशासन ने इस नए नियम के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न माध्यमों का उपयोग किया है। लोकल मीडिया, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और धार्मिक संगठनों के माध्यम से जानकारी साझा की जा रही है ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु इस नियम के बारे में जान सकें और उसका पालन कर सकें।