भरमौर, हिमाचल प्रदेश: धुड़ेनका गाँव के सरकारी प्राथमिक विद्यालय से एक प्रतिभाशाली छात्र, सुशांत, जिनके पिता श्री राजिन्दर कुमार हैं, का जवाहर नवोदय विद्यालय (JNV) में चयन हुआ है। यह समाचार न केवल सुशांत और उनके परिवार के लिए, बल्कि संपूर्ण धुड़ेनका गाँव और विद्यालय के लिए भी गर्व की बात है।
इस विद्यालय में मात्र 32 छात्र हैं, और सुशांत की इस उपलब्धि ने विद्यालय की शैक्षिक गुणवत्ता और अध्यापकों की कठिन परिश्रम को प्रकाश में लाया है। सुशांत के पिता, श्री राजिन्दर कुमार, और विद्यालय के प्रभारी, सूरजन सिंह चरक, ने इस समाचार को सुनकर अपनी खुशी और गर्व की भावना व्यक्त की है।
सूरजन सिंह चरक ने बताया, “सुशांत एक उत्कृष्ट छात्र हैं, जिनकी लगन और मेहनत ने उन्हें यह सफलता दिलाई है। हमारे विद्यालय में संसाधन सीमित हैं, लेकिन हमारे छात्रों की प्रतिभा और संकल्प की कोई सीमा नहीं है।”
जवाहर नवोदय विद्यालय में चयनित होना एक बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि यह भारत के सर्वश्रेष्ठ स्कूलों में से एक है। यह विद्यालय न केवल उच्च स्तरीय शिक्षा प्रदान करता है, बल्कि छात्रों के समग्र विकास पर भी ध्यान केंद्रित करता है। सुशांत का इस विद्यालय में चयन होना उनकी बौद्धिक क्षमता और कठोर परिश्रम का प्रतीक है।
सुशांत की माँ, श्रीमती मीना कुमारी ने कहा, “हमारे लिए यह गर्व का क्षण है। हमने हमेशा सुशांत को उसके सपनों का पीछा करने के लिए प्रोत्साहित किया है, और आज हम उसकी उपलब्धियों को देखकर बहुत खुश हैं।”
धुड़ेनका गाँव के सरकारी प्राथमिक विद्यालय में भले ही छात्रों की संख्या कम हो, लेकिन सुशांत की इस उपलब्धि ने समुदाय में शिक्षा के महत्व को और भी अधिक बढ़ा दिया है। इस उपलब्धि ने सरकारी स्कूलों के अध्यापकों की मेहनत पर भी प्रकाश डाला है जो दुर्गम क्षेत्रों मे काम कर के स्कूलों को सफल बनाने की कोशिश करते हैं । यह सफलता अन्य छात्रों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन गई है, और अब वे भी अपने सपनों को साकार करने के लिए अधिक उत्साहित हैं।