नूरपुर, हिमाचल प्रदेश के राजा का बाग में विकास कार्यों की आड़ में उपेक्षा का दंश

राजा का बाग, हिमाचल प्रदेश: हिमाचल प्रदेश के राजा का बाग में निवासियों के सामने आई गंभीर समस्या ने स्थानीय प्रशासन और एनएचएआई (National Highways Authority of India – NHAI) के विकास कार्यों के प्रति उनकी निराशा को प्रकट किया है। कंडबाल से भेडखड तक फोरलेन सड़क निर्माण कार्य चल रहा है जिसके चलते सड़क के किनारे की जनता को अपने घरों से बाहर निकलने में अत्यधिक कठिनाई हो रही है।

जैसे ही वर्षा का मौसम आता है, इन क्षेत्रों की सड़कें कीचड़ और दलदल में बदल जाती हैं। निवासियों को चप्पल हाथ में लेकर सड़कों पर चलना पड़ रहा है। आपातकालीन स्थितियों और बीमारी के दौरान अस्पताल तक पहुंचना एक चुनौतीपूर्ण कार्य बन गया है।

इस समस्या के बारे में न तो एनएचएआई और न ही स्थानीय प्रशासन ने अब तक कोई स्थायी समाधान निकाला है। जनता का मानना है कि सड़क निर्माण से पहले सर्विस लेन का निर्माण जरूरी था, जिससे कि उनकी दैनिक जीवनचर्या पर प्रभाव न पड़े।

इस घटनाक्रम ने न सिर्फ स्थानीय निवासियों की परेशानियों को उजागर किया है, बल्कि विकास कार्यों के नाम पर जनता की उपेक्षा करने की प्रवृत्ति पर भी प्रश्न चिह्न लगा दिया है। स्थानीय लोगों की मांग है कि प्रशासन और NHAI जल्द से जल्द इस समस्या का सार्थक समाधान खोजे ताकि उनके आवागमन में बाधा न आए।

स्थानीय जनता ने इस मुद्दे पर ध्यान दिलाने के लिए आंदोलन की शुरुआत की है और उन्होंने सरकार तथा संबंधित एजेंसियों से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। विकास के इस दौर में जनता की समस्याओं का शीघ्र समाधान उनका अधिकार है और प्रशासन की जिम्मेदारी भी।

समय आ गया है कि विकास के कार्यों को अंजाम देते समय निवासियों के हितों को सर्वोपरि रखा जाए और उनकी दैनिक जीवनचर्या को सुनिश्चित किया जाए।