हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री, मुकेश अग्निहोत्री ने फतेहपुर और इंदौरा विधानसभा क्षेत्रों में हाल ही में हुए पौंग बांध के पानी से होने वाले नुक्सान का आकलन किया है। उन्होंने इन क्षेत्रों में नुकसान पहुंचने वाले घातक परिस्थितियों का मूल आकलन किया और नुकसान पूरी तरह से सुधारने के लिए सरकारी प्रयासों की महत्वपूर्णता को उजागर किया।
उन्होंने बताया कि हिमाचल सरकार ने इन पानी से जुड़े हुए क्षेत्रों में तत्कालिक रैस्क्यू ऑपरेशन के लिए हैलीकॉप्टर और नावों का उपयोग किया है, लेकिन अभी भी राहत कार्य जारी है और रिलीफ फंड से नुकसान को पूरी तरह से दूर करने की कामना की है।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि इन विधानसभा क्षेत्रों में बिजली, सड़क और पानी की समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं, और इसका समाधान सरकार की प्राथमिकता है। वह इसके लिए सशक्त उपायों का आकलन कर रहे हैं ताकि प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द राहत मिल सके।
उपमुख्यमंत्री ने राधा स्वामी सत्संग भवन में स्थापित राहत शिविर में प्रभावित लोगों के साथ भोजन किया और उन्हें सरकार द्वारा प्रदान की जा रही मदद की जानकारी दी।
डिप्टी सीएम ने बताया कि बाढ़ से होने वाले नुकसान के पीछे अवैध खनन भी एक मुख्य कारण है, जिससे तटों की स्थिति बिगड़ी है और पानी का बहाव गांव और खेतों की तरफ मुड़ गया है। उन्होंने बताया कि व्यास नदी के तटीयकरण की पहल के तहत केंद्र सरकार से यह मांग की गई है और उन्होंने इस मामले को पुन: केंद्र सरकार के सामने रखने की योजना बनाई है ।