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मणिमहेश यात्रा पर जाने के लिए प्रशासनिक रोक हटी लेकिन जाने के लिए सावधानी बरतें यात्री

जुलाई महीने में हुई भारी बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश में मणिमहेश मार्ग का हाल खराब हो गया था। इसके परिणामस्वरूप, जिला प्रशासन ने 11 जुलाई को मणिमहेश यात्रा पर रोक लगा दी थी। इस बारिश ने मणिमहेश नाले का जलस्तर बढ़ा दिया था और पुलियां भी बहा ले गई थीं।

प्रशासन ने रास्ते और पुलियों को दुरुस्त करने के लिए एक अगस्त को ही लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों को मणिमहेश मार्ग पर भेज दिया था। इन कर्मचारियों की मेहनत ने 10 दिन के भीतर ही मणिमहेश पैदल मार्ग को दुरुस्त कर दिया था तथा पुलियों को बना दिया था ।

10 अगस्त को डीसी जिला चंबा अपूर्व देवगन व अतिरिक्त डीसी भरमौर नवीन तंवर ने लोक निर्माण व जलशक्ति कर्मचारियों के साथ मणिमहेश यात्रा पर जा के रास्ते का जायजा लिया था। रोजाना 24 ने 12 अगस्त को ही इसकी जानकारी दे दी थी। हालाँकि प्रशासन ने उसी वक्त मणिमहेश यात्रा पर जाने के लिए रोक नहीं हटाई थी क्योंकि तब भी हिमाचल मे बारिश का अलर्ट था जिसके चलते हिमाचल मे शिमला, सोलन व अनेक स्थानों पर काफी नुकसान हुआ।

प्रशासन की रोक के बावजूद भी कुछ लोग मणिमहेश यात्रा पर जा रहे थे। कई श्रद्धालु जन्माष्टमी पूर्व यात्रा के लिए प्रशासन के द्वारा यात्रा पर लगी रोक हटाने का इंतजार कर रहे थे। अब यह लोग नियमों का पालन करते हुए यात्रा कर सकते हैं।

उपमंडलाधिकारी भरमौर, कुलबीर सिंह राणा ने बताया कि हड़सर-मणिमहेश पैदल मार्ग की मरम्मत कार्यों को पूरा कर लिया गया है और इसे और भी सुरक्षित बनाने का काम जारी है। उन्होंने यह भी बताया कि जन्माष्टमी पूर्व मणिमहेश यात्रा पर लगी रोक अब हटा दी गई है, लेकिन प्रशासन अब भी यात्रा की आधिकारिक अनुमति नहीं दे रहा है। जो भी यात्री इस समय मणिमहेश की ओर बढ़ रहे हैं, उन्हें पर्वतारोहण के नियमों का पालन करते हुए ही यात्रा करनी चाहिए।

प्रशासनिक नियमों के तहत, मणिमहेश यात्रा से पहले किसी को मणिमहेश जाने की अनुमति नहीं दी जाती, हालांकि जो श्रद्धालु आधिकारिक यात्रा के समय के बाहर मणिमहेश जाना चाहते हैं, उन पर कोई प्रतिबंध नहीं होता। लेकिन भारी बर्षा के कारण हुए नुकसान के चलते प्रशासन को यह कदम उठाना पड़ा था । आधिकारिक यात्रा हर वर्ष जन्माष्टमी से लेकर राधाष्टमी तक होती है। वर्ष 2023 मे यात्रा 6 सितम्बर से 23 सितम्बर तक है। आधिकारिक यात्रा के दौरान प्रशासन यात्रीयों की सुविधा के लिए कई व्यवस्थाएं करता है, जैसे कि चिकित्सा शिविर, लंगर, शौचालय आदि, जो अनौपचारिक यात्रा के दौरान उपलब्ध नहीं होते। हालांकि कुछ लोग मणिमहेश मार्ग पर और मणिमहेश में रहने और सोने के लिए दुकानें खोल देते हैं, जिससे यात्रीगण को कुछ हद तक यात्रा की सुविधाएं मिलती हैं।

मणिमहेश यात्रा के लिए अब ऑनलाइन पंजीकरण भी शुरू कर दिया है।

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