रोजाना24,चम्बा 01 अप्रैल : गत दिवस चौरासी मंदिर प्रांगण में लोनिवि भरमौर के कर्मचारी अधिकारियों द्वारा भंडारे का आयोजन किया गया।चूंकि इस दौरान वर्षा भी जारी रही इसलिए भंडारा आयोजक विभागीय अधिकारी कर्मचारियों ने लोगों को स्कूल भवनों व मंदिरों के भीतर धाम परोस दी। ऐसे में धाम खाने के लिए लोग जूतों सहित मंदिरों में घुस गए। मंदिरों की पवित्रता भंग होते देख एबीवीपी इकाई अध्यक्ष भरमौर विवेक चाढ़क व चौरासी रिवाइवल कमेटी भरमौर अध्यक्ष मोहर सिंह राजपूत ने ऐतराज जताया। उन्होंने भंडारा आयोजन कर्ताओं से मंदिरों की पवित्रता बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि आयोजकों को भंडारा लगाने से पूर्व इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि था कि विषम परिस्थितियों में श्रद्धालुओं की भारी संख्या कैसे नियंत्रित किया जाए।
उन्होंने कहा कि भंडारा करवाने वालों को परिसर की पवित्रता, सफाई, स्वच्छता, सौंदर्य, बनाए रखने के प्रबंध भी करने होंगे। मोहर सिंह राजपूत ने कहा कि भंडारा लगाने के बाद परिसर में जूठी पतलें, चावल आदि बिखरे छोड़ दिए गए जिन्हें आज उन्होंने साफ करवाया है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि मंदिरों के बाहर श्रद्धालुओं के जूते रखने की व्यवस्था की जानी चाहिए । वहीं स्वयंसेवी संस्था द्वारा परिसर के पास निर्मित सराय भवन को निजि स्कूल से खाली करवा कर उसे श्रद्धालुओं के उपयोग के लिए रखा जाना चाहिए ताकि भंडारे के दौरान श्रद्धालु यहां प्रसाद ग्रहण कर सकें। इससे चौरासी मंदिर में सफाई व्यवस्था भी बनी रहेगी।
उन्होंने कहा कि चौरासी मंदिर प्रांगण में कई लोग धूम्रपान करते व गुटखा चबाकर थूकते दिखते हैं। शराब पीकर मंदिरों में प्रवेश करने की परम्परा भी बढ़्ती जा रही है जोकि निंदनीय ही नहीं बल्कि इसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई किए जाने की आवश्यकता है। इस दौरान एबीवीपी इकाई भरमौर अध्यक्ष विवेक चाढ़क ने कहा कि उन्होंने इस मामले में उपमंडलाधिकारी भरमौर को शिकायत पत्र सौंप कर कार्यवाही करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि भविष्य में इस धार्मिक स्थल में सम्भावित अपराधिक गतिविधियों को रोकने के लिए पुलिस गश्त भी बढ़ाए जाने की आवश्यकता है।
मंदिरों में जूते पहन कर धाम परोसने के मामले को लोगों ने गम्भीरता से लेते हुए प्रशासन व संगठनों से हस्ताक्षेप करने की मांग की है।