रोजाना24, चम्बा 28 फरवरी : भरमौर उपमंडल में 240 मेगावॉट क्षमता की जलविद्युत परियोजना का निर्माण कार्य करवा रही जेएसडब्लयू के विरुद्ध इसमें कार्यरत कामगारों ने भारतीय मजदूर संघ के बैनर तले मोर्चा खोल दिया है। बताया जा रहा है कि कम्पनी कामगारों के हितों पर ठेकेदारों के हितों की पैरवी कर रही है।
भामसं भरमौर के प्रभारी गगन ठाकुर ने भरमौर में एक पत्रकार वार्ता में कहा कि बजोली होली जल विद्युत परियोजना से भी अधिक क्षमता की इस कुठेड़ जलविद्युत परियोजना से कामगारों की छंटनी की जा रही है। जाहिर है कि कम्पनी अपना 70 फीसदी कार्य पूरा कर चुकी है। उन्होंने कम्पनी प्रबंधन पर आरोप जड़ते हुए कहा कि हैरानी की बात यह है कि कम्पनी ने अपना कार्य निकलवा लिया लेकिन अब तक कामगारों को न तो सैलरी स्लिप,भविष्य निधि,यूएन नम्बर जारी किए व न ही टनल निर्माण जैसे जोखिम भरे कार्यों के लिए निर्धारित भत्ते नहीं दिए जा रहे हैं जिस कारण गरीब मजदूर स्वयं को ठगा सा व उत्पीड़ित महसूस कर रहा है।
उन्होंने कहा कि कम्पनी बड़े स्तर पर लेबर सप्लायरों व ठेकेदारों के माध्यम से कार्य करवा कर इनके हितों को पोषित कर रही है लेकिन कामगारों की भविष्य निधि के नाम पर कटे रुपये उनके खाते में नहीं डाले जा रहे। गगन ठाकुर ने कहा कि कम्पनी श्रम कानूनों को ताक पर रखकर कामगारों के हितों को कुचल रही है जबकि सरकार व श्रम विभाग आंखें मूंदे तमाशा देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में श्रम विभाग को भी कई बार अवगत करवाया गया लेकिन विभाग की ओर से कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया फलस्वरूप कामगारों को उनके खून पसीने पूरी कमाई भी नसीब नहीं हो रही ।
उन्होंने कहा कि कम्पनी प्रबंधन को सात दिन कामगारों को श्रम कानूनों के तहत लाभ देने का अल्टीमेटम दिया गया है अगर कम्पनी उनकी मांगों को नहीं मानती तो भामसं अंदोलन का रास्ता पकड़ेगा जिससे उत्पन होने वाला परेशानी के लिए कम्पनी स्वयं उत्तरदायी होगी। संगठन के पदाधिकारियों ने इस बारें में भरमौर प्रशासन, पुलिस व श्रम विभाग को भी ज्ञापने भेजे हैं।
इस अवसर पर भामसं भरमौर इकाई के अध्यक्ष बलवंत,उपाध्यक्ष नवीन कुमार महासचिव शिवम कुमार सहित अन्य सद्स्य भी मौजूद रहे।