रोजाना24, चम्बा 25 अप्रैल : जवाहर नवोदय विद्यालय में पूर्व छात्र सम्मेलन समारोह आयोजित किया गया । आईजीएमसी शिमला के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ जनक राज इस समारोह के मुख्यातिथि रहे ।डॉ जनक राज ने कहा कि जिस विद्यालय से मैंने शिक्षा प्राप्त की है उस विद्यालय में दोबारा जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।शिक्षा प्राप्त कर रहे बच्चों से अपने अनुभव साँझा करने का मौक़ा मिला। शिक्षकों एवं छात्र छात्राओं द्वारा दिए गये असीम प्यार को प्राप्त कर मन विभोर हो गया। नवोदय विद्यालय ने मुझ जैसे साधारण व्यक्ति को समाज के लिए उपयोगी बनाया इसके लिए मैं नवोदय परिवार का सदैव ऋणी रहूँगा। इस जन्म में तो क्या आने वाले कई जन्मों तक में इस ऋण को चुकाने में असमर्थ हूँ। जवाहर नवोदय विद्यालय चम्बा से शिक्षा ग्रहण कर न्यूरोसर्जरी में एचओडी व संसथान में वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक पद का मुकाम हासिल करने वाले डॉ जनक राज ने कहा कि इस संस्थान ने उन्हें जो दिया है उसका उपकार चुकाया नहीं जा सकता ।
उन्होंने कहा कि स्कूली जीवन में बच्चे शरारतें करते हैं। शरारतें बच्चों का स्वाभाविक व्यवहार है लेकिन यह शरारतें तभी तक अच्छी लगती हैं जब तक कि इनसे किसी को या स्वयं को नुक्सान नहीं पहुंचता इसलिए शरारत व गलती के बीच के अंतर को भी समझें।
छात्रों को बेहतरीन इन्सान बनने के टिप्स देते हुए कहा कि जैसा आप सोचते हैं आपका मानसिक विकास वैसा ही बनने की ओर बढ़ने लगता है । इसलिए दिमाग में अच्छी बातें सीखने, रखने व उन्हें व्यवहार में लाने के लिए प्रयास करते रहें । यह सब, कुछ दिनों में नहीं होगा । उन्होंने बीज से पेड़ बनने की प्रक्रिया व उसमें लगने वाले वक्त का संदर्भ देते हुए कहा कि लगातार अभ्यास व लक्ष्य को पाने की दृढ़ इच्छाशक्ति के बल पर इसमें सफलता मिलती है ।
चम्बा जिला मुख्यालय स्थित नवोदय विद्यालय में आज आईजीएमसी शिमला वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर जनक राज ने भविष्य निर्माण के लिए मार्गदर्शन वक्तव्य देते हुए कहा कि केवल पढ़ाई ही नहीं अपितु जीवन के सर्वागीण विकास के लिए हर क्षेत्र के हर विषय की समझ होना आवश्यक है। विद्यार्थी जीवन के छः गुण बताते हुए उन्होंने कहा कि गृह त्यागी, काक चेष्टा, वकोध्यान, अल्पहारी,शवान निद्रा, ब्राह्मचार्य बिंदुओं को जीवन में उतारने से विद्यार्थी अपना जीवन संवार सकते हैं।
इस दौरान बच्चों ने डॉक्टर जनक राज से भविष्य में लक्ष्य प्राप्ति व पढ़ाई के दौरान उत्पन हो रही बाधाओं को पार पाने के मुद्दे पर कई महत्वपूर्ण विषयों पर प्रश्न पूछे।
इस अवसर संस्थान के प्राचार्य देवेश नारायण,सह प्राचार्य विनोद त्रिपाठी, भारत भूषण बावा,रामपाल व पूरे स्टाफ ने अपने स्कूल के होनहार पूर्व छात्र डॉ जनक राज व देवेन्द्र कुमार को सम्मानित किया। प्राचार्य देवेश नारायण ने कहा कि नवोदय ने देश को डॉ जनक जैसे हजारों हीरे दिये हैं जो इस समय समाज कल्याण के कार्य कर देश की सेवा कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को डॉ जनक राज द्वार सफलता के लिए किए संघर्ष से शिक्षा लेनी चाहिए ।