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यहां दुर्घटना के बाद ही लगाए जाते हैं क्रैश बैरियर ! क्रैश बैरियरों की ‘रोधक’ क्षमता पर भी हैं सवाल

रोजाना24,चम्बा 19 फरवरी : प्रदेश में सड़क हादसों की संख्या कम नहीं हो रही । आए दिन सड़क हादसों में लोगों की मृत्यु के समाचार गेखने को मिल जाते हैं। सड़क हादसों को कम करनेे के लिए पुलिस वाहन चालकों पर कई प्रकार से कड़ाई भी करती है लेकिन हादसे हैं कि कम होने का नाम नहीं ले रहे।

सड़क हादसों के मामले में चम्बा जिला का भरमौर क्षेत्र की भूमिका आग्रणी है । हर वर्ष सड़क हादसों में यहां दर्नों लोग अपनी जान गंवाते हैं। पुलिस में दर्ज मामलों के अनुसार सड़क हादसों के लिए ‘ड्रिंक एंड ड्राईव’ बड़ा कारण है । पुलिस इस कारण को समाप्त करने के लिए कार्यवाही भी करती है । लेकिन सड़क हादसों के लिए चालकों की लाहरवाही ही जिम्मेदार है ऐसा मान लेना सरकार,प्रशासन व सड़क निर्माण के लिए अधिकृत विभागों की लापरवाही को छिपाने जैसा होगा । जनजातीय उपमंडल भरमौर मुख्यालय से कुगती,भरमाणी,चोबिया,बड़ग्रां,दियोल,उल्लांसा,चन्हौता,लामू,रणूहकोठी,गरीमा,तुन्दाह आदि तमाम सड़क मार्गों पर वाहन दुर्घटनाएं होती हैं और पुलिस खतरनाक ढंग से वाहन चलाना या शराब पीकर गाड़ी चलाने का मामला दर्ज करती है लेकिन अब तक पुलिस ने वाहन दुर्घटना के लिए सड़क की खराब दशा व उसके किनारे क्रैश बैरियर न होने के लिए जिम्मेदार उनका रखरखाव करने वाले विभाग व उन पर नियंत्रण रखने वाले प्रशासन और सरकार के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया ।

भरमौर उपमंडल मुख्यालय को शेष विश्व से जोड़ने वाले एक मात्र राष्ट्रीय राज मार्ग 154 ए चम्बा जिला की ऊंची पहाडियों के बीच से होकर गुजरता है जिसके ऊपरी भाग से पत्थरों के गिरने का खतरा होता है तो नीचे की ओर गहरी खाई व नदी है।लेकिन प्राधिकरण इस सड़क मार्ग को क्रैश बैरियर की सुरक्षा देने में असमर्थ रहा है।

बीती रात हुए वाहन हादसे के स्थान पर सड़क किनारे क्रैश बैरियर नहीं थे।अगर प्राधिकरण ने यहां क्रैश बैरियर लगा दिए होते तो इस दुर्घटना में गई दो जानों को बचाया जा सकता था । सड़कों के किनारे क्रैश बैरियर लगाने में केवल एनएच प्राधिकरण ही लापरवाही नहीं बरत रहा बल्कि लोनिवि तो इस लापरवाही में काफी आगे दिख रहा है ।

जब कहीं दुर्घटना होती है तो विभाग मात्र उसी स्थान पर क्रैश बैरियर लगा कर समझ लेता है कि अब उसने पूरे सड़क मार्ग पर यातायात व्यवस्था को को सुरक्षा कवच पहना दिया है। हादसे वाले एक स्थान पर विभाग अभी क्रैश बारियर लगाकर आराम कर ही रहा होता है कि कुछ दिनों में अन्य स्थान पर क्रैश बैरियर ने होने के कारण वाहन के नदी या खाई में गिरने का समाचार आ जाता है। जिसके बाद विभाग फिर उस स्थान पर क्रैश बैरियर लगाने पहुंच जाता है । गत वर्ष खड़ामुख पुल के पास से वाहन रावी में गिरने की घटना के उपरांत एनएच प्रबंधन ने वहां क्रैश बैरियर स्थापित कर दिया, सूंकू के पास वाहन गिरने से 5 युवकों की मृत्यु होने के उपरांत एनएच प्रबंधन ने यहां भी क्रैश बैरियर लगा दिया । भरमौर के पट्टी नाला के पास वाहन लुढ़कने के उपरांत वहां भी क्रैश बैरियर लगाया गया ऐसे कई उदाहरण हैं जहां दुर्घटना में लोगों की जान जाने के बाद प्रशासन की नींद जाती है लेकिन यह क्रैश बैरियर तभी लगाए गए जब इन स्थानों पर हुए हादसों में देश के नागरिकों की अमूल्य जान गई।

यहां यह बताना भी आवश्यक है कि सड़क निर्माण के साथ ही उसके एक किनारे नाली व दूसरी ओर क्रैश बैरियर लगाने का नियम है लेकिन इन नियमों की पालना न होना भी सड़क हादसों की बड़ी वजह है । एनएच व लोनिवि द्वारा अब तक स्थापित किए गए क्रैश बैरियर क्रैश टैस्ट का सामना कितना कर पाते हैं यह अलग जांच का मामला है लेकिन सड़क मार्ग विशेषज्ञों का मानना है कि क्रैश बैरियर का होना भी सड़क हादसों को कम करने में बड़ी भूमिका निभाती है।

ग्राम पंचायत सचूईं के प्रधान संजीव ठाकुर ने गत रात हुए इस सड़क हादसे से दुखी होकर लोगों के साथ लेकर प्रदर्शन करने का ऐलान कर दिया है। संझीव ठाकूर ने कहा कि क्षेत्र की सड़कों की दशा बेहद खतरनाक है। एनएच प्रबंधन व लोनिवि काम चलाऊ तरीके से कार्य कर रहे हैं जिससे सड़क हादसे हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि चम्बा भरमौर सड़क मार्ग पर अगले 15 दिनों में क्रैश बैरियर न लगे तो वे बड़ा जन अंदोलन करने के लिए तैयार हैं ।

संजीव ठाकुर के इस ऐलान को क्षेत्र के लोगों का समर्थन भी मिल रहा है। रोजमर्रा की दुर्घटनाओं से परेशान लोग अब अंगुली टेढ़ी करने को तैयार दिख रहे हैं।

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