प्रदेश में किसानों से अब तक रिकॉर्ड 89,839 क्विंटल गेहूं खरीदी – वीरेंद्र कंवर

रोजाना24,ऊना 31 मई : हिमाचल प्रदेश में किसानों से 27 मई 2021 तक रिकॉर्ड 89,839 क्विंटल गेहूं की खरीद की जा चुकी है। यह जानकारी देते हुए ग्रामीण विकास, पंचायती राज, कृषि, मत्स्य एवं पशु पालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि पिछले वर्ष के मुकाबले अब तक 187 प्रतिशत अधिक गेहूं की खरीदी गई है, जोकि एक रिकॉर्ड है। पिछले वर्ष इतनी ही अवधि में किसानों से 58,544 क्विंटल गेहूं खरीदी गई थी।

कृषि मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि किसानों की सुविधा के लिए कोरोना के बीच राज्य में आठ केंद्रों पर गेहूं की खरीद की जा रही है। सिरमौर जिला के पांवटा साहिब में 27,014 क्विंटल तथा काला अंब में 487 क्विंटल गेहूं की खरीद की गई है। जिला ऊना के कांगड़ में 16,833 क्विंटल व टकारला में 9722.50 क्विंटल, जबकि कांगड़ा जिला के ठाकुरद्वारा में 15,662 क्विंटल व फतेहपुर में 8935 क्विंटल गेहूं की खरीद की गई है। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त बिलासपुर जिला के पट्टा घुमारवीं में 402.50 क्विंटल जबकि सोलन के नालागढ़ में 10,782 क्विंटल गेहूं की खरीद हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार की इस सुविधा का लाभ अब तक 2174 किसान उठा चुके हैं। कोरोना संकट के बीच कर्फ्यू के कारण प्रदेश के किसानों को कहीं कोई समस्या न हो, इसलिए सरकार किसानों से घर-द्वार पर गेहूं की खरीद की जा रही है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश सरकार की किसानों की समस्या सुलझाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने दोहराया कि जब तक किसानों से गेहूं का एक-एक दाना नहीं खरीदा जाता, तब तक सरकारी स्तर पर गेहूं खरीद केंद्र चलते रहेंगे। उन्होंने कहा कि किसानों से 1975 रुपए प्रति क्विंटल की दर से गेहूं खरीदी जा रही है।

ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के किसानों से एफसीआई के माध्यम से गेहूं की खरीद अब 10 जून तक जारी रहेगी, जबकि पहले के आदेशों के मुताबिक यह तिथि 31 मई 2021 तक ही थी। उन्होंने कहा कि एफसीआई ने हिमाचल प्रदेश में गेहूं की खरीद का लक्ष्य भी बढ़ाया है। पहले एफसीआई ने 6 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हिमाचल प्रदेश के किसानों से करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन अब इस बढ़ाकर साढ़े 12 हजार मीट्रिक टन कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश सरकार किसानों के हित सुरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध है।