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हिमकेयर से गरीबों को मिल रहा निशुल्क इलाज 15 अप्रैल तक हिमकेयर योजना में करवाएं पंजीकरण, मिलेगा 5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा

रोजाना24,ऊना 10 अप्रैल : “मेरी दोनों किडनी खराब हैं, इलाज के लिए पीजीआई चंडीगढ़ गया, तो डॉक्टरों ने कहा कि लगातार डायलिसिस करवाना पड़ेगा। जब डायलिसिस के खर्चे के बारे में सुना तो मौत सामने दिखने लगी लेकिन rozazna24.com पर हिमकेयर योजना के बारे में पता चला और अब क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में निशुल्क डायलिसिस हो रहा है। इस योजना के लिए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का धन्यवाद है, जिन्होंने हिमकेयर योजना शुरू की तथा हम गरीबों को फ्री में इलाज की सुविधा प्राप्त हो सकी।“

 जिला ऊना के लठियाणी निवासी दीपक यह बताते हुए प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त करना नहीं भूलते। इसी प्रकार से डढवाड़ा निवासी रेणु बाला ने भी हिमकेयर योजना में पथरी का फ्री ऑपरेशन करवाया है। रेणु बाला कहती हैं “ऑपरेशन का पूरा खर्च प्रदेश सरकार ने उठाया है तथा हमें किसी प्रकार का आर्थिक बोझ नहीं उठाना पड़ा। इस योजना के लिए प्रदेश सरकार तथा विशेष रूप से मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को धन्यवाद देती हूं।”वर्तमान प्रदेश सरकार ने हिमकेयर योजना का शुभारंभ एक जनवरी, 2019 को किया गया था तथा तब से लेकर अब तक इस योजना के माध्यम से लाखों व्यक्ति नव जीवन पा चुके हैं। बीमार व्यक्तियों को निशुल्क एवं गुणवत्ता पूर्ण इलाज मिला तथा उन पर आर्थिक बोझ कम हुआ, जिससे आम जनता के करोड़ों रुपए की बचत हो पाई।भंजाल निवासी अमनदीप भी हिमकेयर कार्ड के माध्यम से ऊना में निशुल्क डायलसिस करवाते हैं तथा इसके लिए उन्हें किसी प्रकार को कोई शुल्क नहीं देना पड़ता। दियोली निवासी सुरेंद्रा कुमारी तथा आदर्श नगर निवासी खराती लाल भी प्रदेश सरकार की इस अभिनव योजना का लाभ ले रहे हैं। सीएमओ ऊना डॉ. रमण कुमार शर्मा ने कहा कि जिला ऊना में हिमकेयर योजना के अंतर्गत 49,525 कार्ड जारी किए गए हैं।

 इस योजना के माध्यम से अब तक 9,892 मरीजों को निशुल्क इलाज किया गया है तथा इससे आम जनता के 5.67 करोड़ रुपए की बचत हुई है क्योंकि इलाज का पूरा खर्च स्वास्थ्य बीमा के जरिए प्रदेश सरकार ने उठाया है।

 15 अप्रैल तक करें हिमकेयर योजना में आवेदन प्रदेश सरकार ने हिमकेयर योजना के तहत पंजीकरण की अंतिम तिथि को 31 मार्च से बढ़ाकर 15 अप्रैल कर दिया है। इस योजना के तहत पात्र परिवार के पांच सदस्यों को पांच लाख रुपए तक मुफ्त इलाज की सुविधा प्रदान की जा रही है। यदि किसी परिवार में पांच से अधिक सदस्य हैं तो उनके दो कार्ड बनते हैं। इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए कोई आयु सीमा निर्धारित नहीं की गई है।हिमकेयर योजना के तहत हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के वेब पोर्टल पर स्वयं भी पंजीकरण किया जा सकता है या फिर लोक मित्र केंद्र के माध्यम से 50 रुपए का शुल्क अदा कर भी किया जा सकता है। हिमकेयर योजना के तहत पंजीकरण करवाने के लिए आधार कार्ड, राशन कार्ड, मोबाइल फोन नंबर और श्रेणी के प्रमाण की आवश्यकता होती है। बीपीएल परिवारों के लिए कोई प्रीमियम नहीं है। हिमकेयर योजना के बारे में उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने कहा कि इस योजना के अंतर्गत अस्पताल में भर्ती होने पर 5 लाख रूपए के निःशुल्क इलाज की सुविधा का प्रावधान है। इस योजना के अंतर्गत प्रीमियम की दरें विभिन्न श्रेणियों के आधार पर तय की गई है। उन्होंने बताया कि गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) और पंजीकृत रेहड़ी फड़ी वालों से प्रीमियम नहीं लिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त एकल नारी, 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग, 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी सहायिकाएं, आशा कार्यकर्ता, मिड डे-मील वर्कर, दिहाड़ीदार (सरकारी, स्वायत संस्थानों, सोसाइटी, बोर्ड एवं निगम के कर्मचारी), अंशकालिक कार्यकर्ता (सरकारी, स्वायत संस्थानों, सोसाइटी, बोर्ड एवं निगम के कर्मचारी) संस्थानों, एवं अनुबंध कर्मचारी से केवल 365 रूपए और इनके अतिरिक्त जो व्यक्ति नियमित सरकारी कर्मचारी या सेवानिवृत कर्मचारी नहीं हैं, वे 1000 रूपए देकर योजना के अंतर्गत कार्ड बनवा सकते हैं। योजना में सभी तरह की आम बीमारियों को शामिल किया गया है जिसमें लगभग 1800 उपचार प्रक्रियाएं हैं।

 आम आदमी का बोझ हुआ कम ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर कहते हैं कि हिमकेयर योजना से आम आदमी की मुश्किलें कम हुई है। बीमारी के इलाज में बहुत सा पैसा खर्च हो जाता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने हिमकेयर योजना आरंभ की है तथा सभी पात्र परिवारों को इस योजना के अंतर्गत पंजीकरण करवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिमकेयर योजना के तहत प्रदेश में 1.50 लाख से अधिक बीमार व्यक्तियों का निशुल्क इलाज किया गया है तथा इस पर लगभग 140 करोड़ रुपए की धनराशि व्यय की गई है। 

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