प्राकृतिक जल स्रोतों के संरक्षण और संवर्धन में प्रयोग हो पारंपरिक तकनीक – अतिरिक्त उपायुक्त

रोजाना24, चम्बा, 6 अप्रैल : अतिरिक्त उपायुक्त मुकेश रेपस्वाल ने बताया कि जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत 186 करोड़ रुपयों की राशि वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान विभिन्न विकास कार्यों पर व्यय की गई  जबकि अधिनियम के तहत 63 लाख 84 हजार मानव दिवस भी अर्जित किए । उन्होंने  ये भी बताया कि राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत विभिन्न विकास कार्यों में अर्जित किए गए मानव दिवस के तहत महिलाओं की भूमिका 51.08 प्रतिशत रही ।  इसमें सबसे अधिक महिलाओं की भूमिका विकासखंड पांगी में 71.52 प्रतिशत जबकि सबसे कम विकासखंड भटियात में 34.65 प्रतिशत  रही।

अतिरिक्त उपायुक्त आज ग्रामीण विकास से संबंधित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा को लेकर ग्रामीण विकास अभिकरण के सभागार में खंड विकास अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे ।

बैठक के दौरान ग्रामीण विकास से संबंधित विभिन्न योजनाओं के तहत प्रगति की समीक्षा पर चर्चा के दौरान उन्होंने ये भी निर्देश दिए कि   मनरेगा के तहत नए कार्यों की स्वीकृति से पहले खंड विकास अधिकारी  पंचायत स्तर पर लंबित और जारी विकास कार्य  को प्राथमिकता से संपुर्ण करना सुनिश्चित बनाएं ।

अतिरिक्त उपायुक्त ने खंड विकास अधिकारियों से 14 वें वित्तआयोग के तहत विभिन्न पंचायतों में   लंबित बजट राशि का ब्यौरा उपलब्ध करवाने को कहा । उन्होंने यह भी कहा कि पंचायतों में14 वें वित्तआयोग के माध्यम से वित्त पोषित योजनाओं को प्राथमिकता के साथ पूरा किया जाए।

विभिन्न उत्सवों के दौरान प्रयोग की जाने वाली प्रतिबंधित प्लास्टिक लेयर और थर्मोकोल युक्त सामग्री  की बिक्री को लेकर  समीक्षा के दौरान अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि चूंकि सभी खंड विकास अधिकारियों को इन प्रतिबंधित पदार्थों के रोकथाम के लिए कार्यवाही और चालान की शक्तियां निहित हैं । ऐसे में सभी खंड विकास अधिकारी स्थानीय व्यापार मंडल से  बैठक कर पर्यावरण के अनुकूल सामग्री को उपलब्ध करवाने और पारंपारिक पत्तल और डोने प्रयोग के लिए प्रोत्साहित करें । बैठक में खंड विकास अधिकारी

 भटियात ने अगवत किया कि सेल्फ हेल्प ग्रुप के माध्यम से पारंपारिक पत्तल और डोने बनाने के लिए एक यूनिट को शुरू कर दिया गया है जबकि बहुत जल्द तीन और यूनिट भी लगाई जा रही हैं ।

अतिरिक्त उपायुक्त ने विभिन्न ग्रामीण विकास योजनाओं के तहत सेल्फ हेल्प ग्रुप के माध्यम से साइन बोर्ड लगाने की प्रक्रिया को भी आरंभ करने के निर्देश दिए।

अतिरिक्त उपायुक्त ने प्राकृतिक जल स्रोतों के संरक्षण और संवर्धन को लेकर किए जाने वाले कार्यों में पारंपरिक तकनीक का ही प्रयोग करने को कहा । 

उपायुक्त ने जिले में जल संरक्षण  कार्यों को और प्रभावी बनाने के लिए वर्षा जल संग्रहण, चेक डैम व वन सरोवर  से संबंधित कार्यों की सेल्फ भी तैयार करने को कहा । 

उन्होंने वन अधिकार अधिनियम के तहत लोगों के वन अधिकारों और कृषि एवं उद्यान विभाग द्वारा वाइल्ड मेरीगोल्ड फूलों की पैदावार को लेकर भी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश जारी किए । 

इस दौरान  स्वर्णिम हिमाचल के तहत पूर्ण  राज्यत्व  की स्वर्ण जयंती समारोह की श्रृंखला में आयोजित होने वाली रथ यात्रा ,एक साल चार काम, वन बंधु कल्याण योजना, पंचवटी पार्क, गौ सदन, मुख्यमंत्री सेवा संकल्प योजना, ,स्वच्छ भारत सहित विभिन्न विषयों पर भी चर्चा की गई ।

इस अवसर पर उपनिदेशक एवं परियोजना अधिकारी ग्रामीण विकास अभिकरण चंद्रवीर सिंह, खंड विकास अधिकारी चंबा ओपी ठाकुर, मैहला रजनीश शर्मा, तीसा महेंद्र राज, सलूणी इंदु बाला,  भटियात बशीर खान ,  भरमौर अनिल गुराड़ा , खंड विकास अधिकारी डीआरडीए चंबा निशी महाजन उपस्थित रहे ।