कब होंगी ठीक ? बहुत मुश्किल हैं राहें मेरे गांव की

रोजाना24,चम्बा 11 फरवरी : सरकारी तंत्र के लिए सुविधाएं जुटानी हों तो फटाफट कागजी कार्यवाही पूरी हो जाती है। लेकिन बात जब जनसाधारण की समस्याओं की हो तो अधिकारी दुनिया भर बहाने परोसकर टालते दिखते हैं। ग्राम पंचायत गरोला में दो वर्षों से बाधित रास्ते को मुरम्मत का आज भी इंतजार है।

जनजातीय क्षेत्र भरमौर की ग्राम पंचायत गरोला के स्वाई ककरी,खताड़ी व राहला गांवों को मुख्य सड़क मार्ग से जोड़ने वाले रास्ते को पिछले दो वर्षों से मुरम्मत का इंतजार है। रावमापा गरोला परिसर में निर्माणाधीन विज्ञान प्रयोगशाला भवन कार्य के दौरान इन गांवों को जोड़ने वाले पैदल मार्ग को क्षतिग्रस्त कर दिया गया । जिसकारण यहां से गुजरना मुश्किल हो गया। भवन निर्माण में जुटे ठेकेदार ने लोगों के विरोध व दबाव के कारण क्षतिग्रस्त मार्ग पर वहीं रखे बिजली के खम्भे बिछाकर उस पर कुछ लकड़ीू के फट्टे ड़ाल कर अस्थाई समाधान तो कर दिया लेकिन ग्रामीण इससे संतुष्ट नहीं थे । ग्राम पंचायत प्रधान अजय कुमार ने इस संदर्भ में एक शिकायत पत्र विभागीय अधिकारियों को भेजा। बाधित स्थल पर अस्थाई पुलिया निर्मित करने में बिजली के खम्भे का प्रयोग किये जाने की बात विद्युत विभाग तक पहुंची तो उन्होंने अपने खम्भे निकाल लिए।अब समस्य़ा फिर से बढ़ गई है। लोगों का रास्ता पार करना मुश्किल व जोखिम भरा हो गया है। पंचायत के स्वयं सेवी योगराज ने कहा कि 15 फरवरी से स्कूलों में कक्षाएं शुरू होने वाली हैं ऐसे में इस बाधित स्थल पर दुर्घटना की सम्भावना बनी हुई है। उन्होंने लोनिवि से मांग की है कि टूट चुके इस मार्ग की तुरंत मुरम्मत की जाए। उधर इस बारे में अधिशाषी अभियंता संजीव महाजन ने कहा कि अगले तीन दिनों में यह रास्ता सुरक्षित रूप से बहाल कर दिया जाएगा।