सोशल मीडिया पर जारी परामर्श पर न खाएं कोरोना बचाव के लिए दवाई- डॉ जनक राज

रोजाना24,शिमलाः पिछले कुछ सप्ताह से हिमाचल प्रदेश में कोरोना संक्रमण व उससे संक्रमित लोगों की मृत्यु के मामले बढ़ते जा रहे हैं।जिससे सरकार व स्वास्थ्य विभाग के कान भी खड़े हो गए हैं।मंत्रीमंडल हर पखवाड़े स्थिति की समीक्षा कर इस विपत्ति से निपटने के लिए नये दिशा निर्देश तय कर रहा है।

एक ओर सरकार कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए माथापच्ची कर रही है तो दूसरी ओर सोशल मीडिया में कोरोना से बचाव के लिए आए दिन नये नये चिकित्सीय परामर्श व दवाइयों की जानकारी प्रसारित हो रही हैं ।इन संदेशों में बकायदा दवाइयों के नाम उनके सेवन का समय व विधि बताकर कोरोना के प्रति प्रतिरोधक क्षमता तैयार करने के दावे किए जा रहे हैं।

सोशल मीडिया पर फैल रहे इस चिकित्सीय ज्ञान की प्रमाणिकता के लिए हमने प्रदेश के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान आईजीएमसी शिमला के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डाॅ जनक राज से जानकारी ली तो उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव का मुख्य उपाय अभी भी सार्वजनिक स्थलों पर मास्क पहनना व शारीरिक दूरी बनाए रखना ही है।इसके बावजूद अगर किसी में कोविड-19 संक्रमण के लक्षण महसूस हो रहे हों तो निसंकोच अस्पताल में जांच करवाएं।उन्होंने कहा कि कोविड -19 जांच करवाने में बिलकुल संकोच न करें अन्यथा यह आपके परिवार के अन्य सद्स्यों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है।दवाई केवल चिकित्सक परामर्श पर ही खाएं।यह परामर्श आप चिकित्सक से मोबाइल काॅल पर भी ले सकते हैं।शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए पौष्टिक व संतुलित आहार पर ध्यान दें।

उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश में लाखों लोगों को आपात स्थिति में अस्पताल तक पहुंचना आसान नहीं होता ऐसे में अगर कोई संक्रमण के लक्षण महसूस करता है तो वह दिन में छः बार भाप लें,बीटाडीन व गर्म पानी से दिन में 4 से 6 बार गरारे करें।कैप्सयूल डाॅक्सी 200 मि ग्रा एक बार उसके बाद एक-एक 100 मि ग्रा का सुबह शाम 5 दिन तक खाएं।पैरासीटामोल 650 मिग्रा तभी खाएं जब बुखार हो।लवेरमेक्टाईन 12 मिग्रा सुबह शाम 5 दिन तक खाएं। विटामिन सी की एक एक खुराक सुबह शाम व बीकासूल Z की एक खुराक,कोलकैल्सियम सैशे 60000 IU की एक खुराक तीन दिन के लिए ।इस दौरान शरीर में आक्सीजन का स्तर भी जांचते रहें। आक्सीजन सैच्यूरेशन 94 से कम होने पर बिना देरी किए अस्पताल जाएं।ध्यान रहे यह खुराक केवल व्यस्कों के लिए है,बच्चों व बुजुर्गों शारीरिक रूप से कमजोर लोगों के लिए दवाई व खुराक की मात्रा भिन्न रहती है ऐसे में बिना चिकित्सीय सलाह के कोई भी दवाई न खाएं न खिलाएं।

सोशल मीडिया में कोरोना से बचने के लिए दवाइयों की खुराक की मिलने वाली सूचनाओं पर आगाह करते हुए कहा कि चिकित्सक के परामर्श के बिना कोई भी दवाई न खायी जाए अन्यथा गम्भीर स्वास्थ्य परिणाम हो सकते हैं।क्योंकि सोशल मीडिया पर मिलने वाली जानकारी के स्रोत का पता नहीं होता ऐसे में वहां मिलने वाले चिकित्सीय परामर्श से दूर रहें।