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आखिर क्यों ? करोड़ों की लागत से बनी सिंचाई योजनाओं के बावजूद सूख गयी फसलें -शिवभूमि सेवा दल

रोजाना24,चम्बाः शिव भूमि सेवादल भरमौर की सामान्य बैठक का आयोजन आज संजीव कुमार की अध्यक्षता में हुआ.कोविड-१९ के नियमों की पालना करते हुए आयोजित की गई इस बैठक में सेवादल ने विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श किया.प्रैस नोट के माध्यम से दी जानकारी अनुसार बैठक में सेव दल सदस्यों ने कहा कि इस वर्ष मणिमहेश यात्रा प्रतिबंधित होने के कारण श्द्धालुओं को मणिमहेश कुंड के पवित्र जल से वंचित होना पड़ा है.लिहाजा सेवादल श्रद्धालुओं को घर बैठे मणिमहेश कुंड का जल उपलब्ध करवाने का प्रयास करेगा.संजीव कुमार ने कहा कि पूरा जनजातीय क्षेत्र वर्षा के अभाव में सूखे की चपेट में आ चुका है.जिस कारण सरकार को इसे सूखा ग्रस्त क्षेत्र घोषित कर समय रहते राहत कार्य शुरू कर देने चाहिए.

उन्होंने कहा कि क्षेत्र में करोड़ों रुपये की सिंचाई योजनाएं बनाई गई हैं लेकिन धरातल पर सूखे खेत सरकार,विभाग व ठेकेदारों को उनकी करतूत का आईना दिखा रहे हैं.उन्होंने कहा कि कागजों में करीब करीब हर गांव के लिए सिंचाई योजनाएं बन चुकी हैं लेकिन जमीनी स्तर पर इन सिंचाई  योजनाओं का न होना बड़े भ्रष्टाचार की ओर ईशारा कर रहा है जिसकी जांच कर उचित कार्यवाही की जानी चाहिए.इसमें दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों व ठेकेदारों के खर्चे पर यह सिंचाई योजऩा व्यवहारिक रूप से तैयार करवायी जानी चाहिए ताकि लोगों को उनका हक मिल सके।

बैठक में भालुओं के आतंक का मुद्दा भी उठाया गया.सेवादल सदस्यों ने कहा कि इस वर्ष भालुओँ ने लोगों व उनके पशुधन व फसलों को बहुत अधिक नुक्सान पहुंचाया है.वन विभाग को इस बारे में जानकारी होने के बावजूद वह इस बारे में कोई कार्यवाही नहीं कर रहा जिस कारण इनसानी जीवन खतरे में दिख रहा है.

बैठक में एक अन्य मुद्दे पर चर्चा करते हुए सेवादल सदस्यों ने कहा कि क्षेत्र में निर्माणाधीन विद्युत कुठेड़ जल विद्युत परियोजना में राजनीतिक प्रभाव के तहत रोजगार दिया जा रहा है.जबकि क्षेत्र के सैकड़ों युवा बेरोजगारी से परेशान कम्पनी कार्यालय में नौकरी के लिए आवेदन कर रहे हैं.

सेवादल सदस्यों ने सरकार से इन मुद्दों पर गम्भीरता से कार्यवाही करने की मांग की है.

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