1991 के आर्थिक सुधार: डॉ. मनमोहन सिंह की नई आर्थिक नीति ने कैसे बदल दी भारत की अर्थव्यवस्था
नई दिल्ली: 1991 में भारतीय अर्थव्यवस्था गंभीर संकट से जूझ रही थी। विदेशी मुद्रा भंडार सिर्फ ₹2,500 करोड़ रह गया था, जो केवल दो सप्ताह के आयात के लिए पर्याप्त था। महंगाई दर दहाई अंकों में पहुंच चुकी थी, और वैश्विक वित्तीय संस्थान भारत को ऋण देने से हिचक रहे थे। इस विकट स्थिति में,…