जा रहा हूं दोस्तो
डॉ एम डी सिंह-2020 वर्ष की वेदना जश्न है ना जोश है ना महफिल में कोई मदहोश है न कोई अलविदा कह रहा आज हर कोई खामोश है ना बदनीयत थी मेरी ना ही मैं बदहवास था पथ में कोरोना मिल गया आ चिपका पिल गया हुआ आदमी घरों में बंद मिले उसको कुछ मामूली…