रोजाना24ः दिल्ली में हज़रत निजामुदीन मरकज की तबलीग जमात से देवभूमि में कोरोना दहशत मचाने वाली खबरें आ रही हैं। खबरों के अनुसार मरकज में हिस्सा लेने वाले 1830 लोग थे। पुख्ता जानकारी के मुताबिक इसमें से 15 हिमाचली भी शामिल थे।जिनमें से 14 चम्बा व एक कुल्लू जिला से सम्बंधित है.इस
मामले चम्बा जिला के लोगों के जुड़े होने पर उपायुक्त चम्बा ने उपमंडलाधिकारी चुराह को तुरंत कार्यवाही करते हुए मरकज में भाग लेने वाले लोगों की तलाश करने के निर्देश दिए गए हैं.चूंकि यह आयोजन लाॅकडाऊन की घोषणा से पूर्व 18 मार्च को ही शुरू हो गया था इसलिए सरकार व प्रशासन को चिंता कुछ लोग लाॅकडाऊन से पहले ही जिला में न लौट आएं हों।
उपायुक्त कार्यालय से मिले निर्देशों के बाद उपमंडलाधिकारी चुराह हेम चंद वर्मा ने तहसीलदार,खंड विकास अधिकारी,वन मंडल अधिकारी,पुलिस थाना प्रभारी को उपमंडल के ऐसे सभी लोगों की जानकारी प्राप्त करने के निर्देश दिए जो पिछले एक सप्ताह में जिला या उपमंडल में दाखिल हुए हैं. उपमंडलाधिकारी ने निर्देश दिए हैं कि निजामुद्दीन से लौटने वाले लोगों को उपमंडल में प्रवेश नहीं करने दिया जाए.इसके लिए वन विभाग जंगल के रास्तों पर नजर रखेगा तो पुलिस सामान्य सड़क व पैदल मार्गों पर नजर रखेगी।
बताया जा रहा है कि कुछ राज्यों में इस कार्यक्रम में हिस्सा लेकर लौटने वालों की मौत भी हो चुकी है। राष्ट्रीय मीडिया के मुताबिक मरकज में इतना बड़ा खतरा पैदा किया गया है कि इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि लॉकडाउन से पहले करीब 1200 लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में जमात के लिए निकल गए थे।गौरतलब है कि दिल्ली के इस इलाके को प्रशासन ने एहतियात के तौर पर सील कर दिया है। साथ ही ड्रोन से भी निगरानी रखी जा रही है।