मणिमहेश न्यास में अवैध तरीके से हुई गैर सरकारी सदस्यों की हुई नियुक्ति – एडवोकेट कर्ण शर्मा.

रोजाना24,चम्बा : भरमौर उपमंडल में श्री मणिमहेश ट्रस्ट के बायलॉज के गठन को लेकर चौरासी मंदिर समूह के पुजारियों के साथ अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी भरमौर पी पी सिंह की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई,   इसमें ट्रस्ट के बायलॉज  पर पुजारियों के साथ विचार विमर्श किया गया.

प्रैस विज्ञप्ति अनुसार अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी ने कहा कि न्यास के बायलॉज गठन के उपरांत पुजारियों और श्री मणिमहेश ट्रस्ट के बीच समन्वय स्थापित होगा और ट्रस्ट की आय में  बढ़ोतरी के संसाधन जुटाने में सहायक सिद्ध होंगे. बायलॉज का प्रारूप तैयार करने के उपरांत प्रदेश सरकार को स्वीकृति हेतु भेजा जाएगा. बायलॉज के लिए भविष्य में और भी बैठकें आयोजित की जाएंगी जिसमें 84 मंदिर समूह के पुजारियों के अन्य सुझावों व आपत्तियों को भी शामिल किया जाएगा.

बैठक में यह निर्णय लिया गया कि बायलॉज के उपरांत ट्रस्ट के तमाम खर्चों के बाद 50 प्रतिशत हिस्सा ट्रस्ट को  तथा 50 प्रतिशत हिस्सा ट्रस्ट के पुजारियो के माध्यम से हिस्सेदार पुजारियों को प्रदान किया जाएगा. पूजा अर्चना पुरानी पारंपारिक पद्धति के अनुसार ही रहेगी तथा नए पुजारियों की भर्ती भी नहीं होगी. बैठक में चौरासी मंदिर परिसर के सभी मंदिर समूह को ट्रस्ट में शामिल करने की मांग की गई तथा मंदिर अधिकारी के देखरेख में सभी चढ़ावा ट्रस्ट में जमा होगा.गणेश व शिव मंदिर के खाते संयुक्त रूप से रहेंगे, लखना माता, नरसिंह मंदिर, व धर्मराज मंदिर के खाते अलग से रहेंगे जिनकी देखरेख मंदिर अधिकारी की निगरानी में होगा.

 ट्रस्ट के नॉन ऑफिशियल मेंबर पर चर्चा करते हुए मंदिर पुजारी एवं एडवोकेट कर्ण शर्मा ने पूछा कि न्यास के गैर सरकारी सदस्यों को अवैध तरीके से शामिल किया गया है.उन्होंने कहा कि जिन लोगों का मंदिर व न्यास से दूर दर  तक का कोई नाता नहीं उन्हें न्यास में सदस्यता गलत है जिस पर अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी ने कहा कि यह  सदस्य  सरकार की सहमति से रखे गए हैं.एडवोकेट कर्ण शर्मा ने कहा कि न्यास के धन का दुरुपयोग हो रहा है जिसे पुजारी वर्ग  सहन नहीं करेगा.बैठक में एसडीएम भरमौर मनीष सोनी नायब तहसीलदार बालकृष्ण चौरासी मंदिर समूह के पुजारी विनोद शर्मा, देशराज, लक्ष्मण दत्त, हरि शरण शर्मा, एडवोकेट करण गौतम सहित 20 के करीब चौरासी मंदिर परिसर के पुजारियों ने  हिस्सा लिया