रोजाना24,पठानकोट : सरकार ने लाखों रुपये खर्च करके शहर के बीचों बीच रेलवे स्टेशन के पास बेघर लोगों के लिए रैनबसेरे का निर्माण किया है, लेकिन जिन लोगों के लिए इसका निर्माण किया गया, उनको इसके बारे में जानकारी तक नहीं है । जिस कारण आज भी लोग भरी सर्दी में खुले आसमान के नीचे, बिना छत के सोने को मजबूर हैं.
राष्ट्रीय कल्याणकारी परिषद पठानकोट के प्रैस सचिव समीर गुप्ता ने कहा कि नगर परिषद ने जिला मुख्यालय में बेघर लोगों के रात्री विश्राम के लिए रैनबसेरों का निर्माण किया है लेकिन इन रैन बसेरों पर ताले लटके रहते हैं.जबकि बेघर लोग हाड़ कंपा देने वाली ठंड में रेलवे प्लेटफार्म पर सोने को मजबूर हैं.उन्होंने कहा कि नगर निगम व रेल प्रशासन को चाहिए कि वह इन लोगों को रैनबसेरे सम्बन्धी जानकारी उपलब्ध करवाएं ताकि जिनके लिए सरकार ने रैनबसेरा बनवाया है उन्हें इसका लाभ मिल सके.
इस सम्बंध में राष्ट्रीय कल्याणकारी परिषद पठानकोट ने जिला प्रशासन व रेल प्रशासन को भी पत्र लिखा था.जिस संदर्भ में आज परिषद के प्रैस सचिव समीर गुप्ता ने पठानकोट रेलवे स्टेशन के स्टेशन सुपरिटेंडेंट चन्द्र मोहन से मुलाकात की और उनस इस बारे में उचित कार्रवाही की मांग की.जिस पर स्टेशन अधीक्षक ने आवश्यक कार्यवाही का भरोसा दिया.
उधर इस बारे में नगर परिषद के मेयर अनिल वासुदेवा ने कहा कि पहले रैनबसेरे निर्माण में फंड की कमी आड़े आ रही थी लेकिन अब इसका कार्य पूरा कर लिया गया है.उन्होंने कहा कि जिस उद्देश्य से इनका निर्माण किया,उसे पूरा किय जाएगा।